केन्द्र सरकार टीवी न्यूज चैनलों पर सख्त, यूक्रेन युद्ध, हिंसा और लाउडस्पीकर विवाद के बीच एडवाइजरी जारी

केन्द्र सरकार टीवी न्यूज चैनलों पर सख्त, यूक्रेन युद्ध, हिंसा और लाउडस्पीकर विवाद के बीच एडवाइजरी जारी

प्रेषित समय :17:33:41 PM / Sat, Apr 23rd, 2022

नई दिल्ली. रशिया-यूक्रेन कवरेज, जहांगीरपुरी विवाद और लाउडस्पीकर को लेकर डिबेट शो को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नाराजगी जताई है. साथ ही न्यूज चैनलों को एडवाइजरी जारी करके कहा है कि उकसाने वाली, असामाजिक, असंसदीय और उकसाने वाली हेडलाइन से बचें. केंद्र ने कहा कि सख्ती से केबल टेलिविजन नेटवर्क (रेग्युलेशन एक्ट) 1995 के निर्देशों का पालन करें.

सरकार ने साफ कहा कि आदेश का पालन ने करने पर चैनल को प्रतिबंधित कर सकती है. एडवाइजरी में बताया गया है कि टेलीविजन नेटवर्क (विनियमन) अधिनियम, 1995 धारा 20 केंद्र को सशक्त बनाती है कि वो टीवी चैनलों के खिलाफ उचित कदम उठा सकती है. एडवाइजरी में जिक्र किया गया है कि अगर कोई कार्यक्रम तय निर्देशों का पालन नहीं करता तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

जहांगीरपुरी की घटना और इस बीच हुए अलग अलग डिबेट शो पर आपत्ति जताते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने टीवी चैनलों को एडवाइजरी जारी की. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने दोहराया कि इस बीच अलग अलग मुद्दों पर टीवी चैनलों में अप्रमाणिक, भटकाने वाला सनसनीखेज और सामाजिक परिवेश में अस्वीकार्य भाषा का इस्तेमाल किया गया.

यूक्रेन-रशिया को लेकर झूठे दावे और लगातार अंतराष्ट्रीय एजेंसियों को गलत तरीके से कोट करना ऐसी हेडलाइन दी गयी, जिसका खबर से कोई लेना-देना नहीं था और दर्शकों को उत्तेजित करने के लिए पत्रकार और न्यूज एंकर ने मनपसंद, मनगढ़ंत चीजें पेश की. जहाँगीरपुरी मामले को लेकर भड़काने वाली हेडलाइन और साम्प्रदायिक हिंसा को भड़काने वाले वीडियोज दिखाए. साथ में सीटीवी फुटेज जो वेरिफाई नहीं है, उसे दिखाया.

किसी खास सम्प्रदाय के वीडियो को दिखाकर साम्प्रदायिक तनाव को बढाने को लेकर हवा दी गई. मनगढ़ंत और सनसनीखेज हेडलाइन और अथॉरिटी के कार्रवाई को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई. न्यूज डिबेट के दौरान कुछ न्यूज चैनल ने असंसदीय, उकसाने वाली भाषा का साम्प्रादायिक टिप्पणी की गई जिससे साम्प्रदायिक सौहाद्र्र बिगाडऩे की कोशिश की गई.

सरकार ने इसे गम्भीर चिंता जताई है और साथ ही सख्त निर्देश दिए हैं कि ऐसी चीजों से बचा जाए. डिबेट शो में अलग अलग प्रोग्राम के दौरान लाउडस्पीकर को लेकर आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल पर भी केंद्र ने नाराजगी जताई है.

इन सनसनीखेज हेडिंग, रिपोर्ट पर भी जताई नाराजगी

सभी टीवी चैनलों को भेजे गए इस लेटर के आखिर में कुछ आपत्तिजनक हेडलाइनों का उदाहरण भी दिया गया है.

- 18 अप्रैल 2022 को एक चैनल ने खबर चलाई यूक्रेन में एटमी हड़कंप. इसमें बताया गया कि रूस यूक्रेन पर परमाणु हमले की तैयारी कर रहा है. इस रिपोर्ट ने हालात को बेवजह सनसनीखेज बनाया. इस रिपोर्ट में अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों का गलत तरीके से हवाला दिया गया.
- एक अन्य चैनल ने लोगों को खौफ से भर दिया. रिपोर्ट में कहा गया कि रूस ने यूक्रेन पर परमाणु हमले के लिए 24 घंटे की डेडलाइन दी है.
- 18 अप्रैल 2022 को ही परमाणु पुतिन से परेशान जेलेंस्की शीर्षक जैसी कई आधारहीन सनसनीखेज खबरें चलाई गईं. कई अपुष्ट दावे किए गए, आधिकारिक रूसी मीडिया ने कहा है कि तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो चुका है. चैनल ने झूठे दावे के साथ वीडियो दिखाया कि रूसी राष्ट्रपति अपने साथ न्यूक्लियर ब्रीफकेस लेकर चल रहे हैं.
- 19 अप्रैल 2022 को एक चैनल ने परमाणु युद्ध पर सनसनीखेज दावा किया. हेडलाइन बनाई, 'न्यूक्लियर निशाना, हैरतअंगेज खुलासा वर्ल्ड वॉर का.
- एक प्रमुख चैनल ने यूक्रेन से पुतिन का परमाणु प्लान तैयार? हेडिंग के साथ दर्शकों को भ्रमित किया. यह चैनल बार-बार ऐसे भ्रमित करने वाली और अनरिलेटेड टैगलाइन लगाता रहा है.
- 19 अप्रैल 2022 को एक चैनल ने प्राइम टाइम के दौरान अटकलों पर कमेंट्री की कि एटम बम गिरेगा? तीसरा विश्व युद्ध शुरू होगा.
- यूक्रेन से रिपोर्टिंग करते हुए एक चैनल के पत्रकार ने कई झूठी बातें कहीं. उन्होंने 'रूस परमाणु हमला कब करेगा? कहां करेगा? जैसी बात कही. टैगलाइन लगाई गई विश्व युद्ध के मुहाने पर दुनिया.

दिल्ली हिंसा पर भी उकसाने वाली रिपोर्ट पर सख्त

इसके साथ ही सरकार ने नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली की घटना पर कई हेडिंग पर आपत्ति जताते हुए चैनलों को नियमों के तहत कार्यक्रम प्रसारित करने को कहा है.
- दिल्ली में अमन के दुश्मन कौन
- बड़ी साजिश दंगे वाली, करौली, खरगौन वाया दिल्ली
- हिंसा से एक रात पहले साजिश का वीडियो

दिल्ली हिंसा पर मंत्रालय ने कहा है कि चैनलों पर न्यूज डिबेट में अली-बली, कहां कहां खलबली? और अली, बजरंगबली पर खलबली जैसी हेडिंग से भड़काने वाले बयान और अपमानजनक संदर्भ दिए गए. 20 अप्रैल 2022 को हुंकार कार्यक्रम में इस्तेमाल की गई भाषा को भी ठीक नहीं माना गया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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