जबलपुर. मंडल के रेल अधिकारियो एवं कर्मचारियों के जुझारू प्रयासों से आज गुरुवार 12 मई को को फिर एक महिला के जीवन की रक्षा करके रेलवे ने अपने गौरव शाली एवं यात्री सहयोगी रूप का प्रदर्शन करने का श्रेष्ठ उद्धाहरण प्रस्तुत किया है.
गुरुवार को दोपहर जबलपुर से पद्गटलीपुत्र स्टेशन के लिए रवाना हुई लोकमान्य तिलक-पाटलीपुत्र सुपरफास्ट ट्रेन न.12141 ने जैसे ही रफ़्तार पकड़ी, तभी इस ट्रेन के ए.सी.टू टायर में यात्रा कर रही 42 वर्षीय महिला यात्री संचिता की सांसें उखडऩे लगी. केंसर रोग से पीडि़त इस महिला को उसके परिजन मुंबई से इलाज कराकर आक्सीजन सिलेंडर से सांसे देकर उसे उक्त ट्रेन से अपने घर पाटलीपुत्र (बिहार) लेकर जा रहे थे, लेकिन रेल के इस सफऱ के दौरान महिला के जीवन का सफऱ संकट में आ गया. कटनी स्टेशन पहुंचने के बाद महिला के परिजनों ने ट्रेन के कंडक्टर से संपर्क करके महिला के लिए चिकित्सकीय सहायता की मांग की.
ट्रेन के कंडक्टर ने बर्थ न. 26 पर महिला की नाजुक स्थिति को देख कर तुरंत जबलपुर में कंट्रोल रूम एवं अधिकारियों को इस विषय में जानकारी दी. सूचना मिलने पर सीनियर डीसीएम श्री विश्व रंजन ने तुरंत सतना के स्टेशन मैनेजर वाणिज्य अवध गोपाल मिश्रा को निर्देशित किया कि गाड़ी के सतना पहुंचने तक नया आक्सीजन सिलेंडर एवं चिकित्सक के साथ केंसर पीडि़त महिला को अटेंड किया जाये. इस निर्देश पर सतना में उक्त महिला की रेलवे के डॉ. एस. सतीश ने जाँच करके बाजार से रेलवे द्वारा क्रय करके लाये गए नए सिलेंडर को लगाकर महिला को आक्सीजन प्रदान की, जिससे उसके प्राणों की रक्षा हो सकी. रेलवे के इस प्रशंसनीय कार्य पर वातानुकूलित कोच के सभी यात्रियों ने रेलवे के कार्य की सराहना की.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में 30 शादियां कर चुकी लुटेरी दुल्हन गिरफ्तार, दूल्हा बनकर आया राजस्थान पुलिस का आरक्षक
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