पलपल संवाददाता, एमपी. मध्यप्रदेश में भाजपा ने एक बार फिर ओबीसी कार्ड खेला है, राज्यसभा के लिए ओबीसी वर्ग की कविता पाटीदार को प्रत्याशी बनाया है, कविता पाटीदार भाजपा की प्रदेश महामंत्री है, वे इंदौर जिला पंचायत की अध्यक्ष भी रह चुकी है, इनके नाम पर भाजपा केन्द्रीय चुनाव समिति ने भी हरी झंडी दे दी है. वहीं कांग्रेस ने वरिष्ठ अधिवक्ता व नेता विवेक तन्खा को फिर से राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाया है.
बताया जाता है कि सुंदरलाल पटवा सरकार में मंत्री रहे स्वर्गीय भेरुलाल पाटीदार की बेटी कविता को महिला होने के साथ साथ ओबीसी वर्ग से होने का लाभ मिला है, वे राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की समर्थक भी है. पहले एमपी से राज्यसभा में जाने की पीयूष गोयल की चर्चा जोरों पर थी लेकिन अचानक उन्हे महाराष्ट्र से उम्मीदवार बनाया गया है, ऐसे में प्रदेश से ही दूसरा नाम सामने आएगा इसकी उम्मीद और बढ़ गई है, ऐसा कहा जा रहा है कि भाजपा दूसरे चेहरे में किसी आदिवासी वर्ग के नेता का चयन कर सकती है. गौरतलब है कि राज्यसभा सदस्य पूर्व कें द्रीय मंत्री एमजे अकबर, सम्पतिया उईके व कांग्रेस के विवेक तन्खा का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है, एमजे अकबर व विवेक तन्खा 11 जून 2016 को राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. वहीं सम्पतिया उइके का निर्वाचन 31 जुलाईए 2017 को हुआ था. वे केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे के निधन से खाली हुई सीट पर निर्वाचित हुई थीं. इन तीन सीटों पर 15 जून से पहले चुनाव होने हैं. एमपी में राज्यसभा की 11सीटें है, जिसमें 3 पर कांग्रेस व 8 पर भाजपा काबिज है. जिसमें तीन सीटों के लिए चुनाव होगा, भाजपा व कांग्रेस के विधायकों की संख्या पर नजर डाली जाए तो दो सीटे भाजपा के खाते जा सकती है, वहीं कांग्रेस अन्य निर्दलीय विधायकों व दूसरे दलों के विधायकों का दामन पकड़ती है तो भी एक सीट से ज्यादा नहीं पा सकती है. यदि कांग्रेस की बात की जाए तो वरिष्ठ अधिवक्ता व नेता विवेक तंखा को कांग्रेस की ओर से फिर से प्रत्याशी बनाया गया है, विवेक तन्खा कांग्रेस के कार्यालय पहुंचकर पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजयसिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर नामाकंन दाखिल करेगें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी को बताया देश का सबसे असफल नेता
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