पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के मंडला स्थित तहसील कार्यालय में आज उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब जबलपुर लोकायुक्त टीम ने राजस्व निरीक्षक (आरआई) अतुल कुमार कसार को पांच हजार रुपए के रिश्वत लेते हुए पकड़ा, आरआई को लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते देख रिश्वत लेने का इंतजार कर रहे पटवारी अकुंट नंदन ने दौड़कर लगा दी.
लोकायुक्त एसपी संजय साहू ने बताया कि दादा धनीराम वार्ड महाराजपुर मंडला निवासी अनिल पिता स्वर्गीय राजेन्द्र कुमार जैन उम्र 55 वर्ष ने अपनी कृषि भूमि का सीमाकंन कराने के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन दिया, जिसपर अकुंट नंदन सिंगौर पटवारी हल्का महाराजपुर तहसील ने 7 हजार रुपए व राजस्व निरीक्षक (आरआई) अतुल पिता रघुवीर प्रसाद कसार 45 वर्ष ने 5 हजार रुपए की मांग की.
जिसकी शिकायत पीडि़त ने जबलपुर पहुंचकर एसपी संजय साहू से की, इसके बाद आज अनिल रुपए लेकर आज तहसील कार्यालय मंडला पहुंचकर आरआई अतुल कसार को पांच हजार रुपए दिए, तभी लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा, निरीक्षक घनश्याम सिंह मर्सकोले, कमलसिंह उईके सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारियों ने दबिश देकर रंगे हाथ पकड़ लिया. आरआई अतुल कुमार के लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते चढ़ते देख कार्यालय में पदस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया, यहां तक कि विभागों से कर्मचारी बाहर निकल आए और इस बात को लेकर चर्चा करते रहे. चर्चाओं के दौरान यह बात भी सामने आई है कि पटवारी अकुंट नंदन सिंगौर भी सात हजार रुपए की रिश्वत लेने के लिए पहुंचा था लेकिन जैसे ही आरआई को लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते देखा तो भाग निकला, हालांकि लोकायुक्त टीम के अधिकारियों का कहना था कि शिकायत पटवारी की भी रही लेकिन वह मौके पर नहीं मिला है
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश में 1000 चिकित्सकों की सीआर गायब, प्रमोशन लिस्ट तैयार करने पर हुआ खुलासा
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