पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित डुमना विमानतल पर 12 मार्च को हुए हादसे की जांच पूर्ण हो गई, जिसमें दोनों पायलट को दोषी पाया गया है जिसकी चूक से रनवे पर दिल्ली-जबलपुर फ्लाइट फिसली थी, दोनों ही पायलट अब एक साल तक विमान नहीं उड़ा पाएगें, इसके अलावा नागर विमान महानिदेशालय ने दोनों पायलटों को फिर से प्रशिक्षण देने के निर्देश जारी किए है.
बताया गया है कि दिल्ली से करीब 55 यात्रियों को लेकर विमान जबलपुर डुमना विमानतल पर पहुंचा, विमान जब रनवे पर लैडिंग कर रहा था तभी ओवर शूट होने के कारण करीब 30 मीटर आगे तक चला गया, पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल किया, लेकिन विमान का संतुलन बिगडऩे के कारण एक टायर भी फट गया था, इस मामले में नागर विमान महानिदेशालय ने गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए थे, 100 दिन चली जांच में पाया कि विमान उड़ा रहे दोनों पायलट को दोषी पाया गया, जिनकी गल्ती से विमान रनवे पर फिसला है, दोनों पायलटों को दोषी पाए जाने के बाद अब वे करीब एक साल तक विमान नही उड़ा पाएगें, इसके अलावा उन्हे विमान चलाने के लिए फिर से प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा. खासबात यह है कि जब तक टीम की जांच चली उस वक्त तक विमान विमानतल पर ही खड़ा रहा. दोनों पायलटों को रो
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश में 1000 चिकित्सकों की सीआर गायब, प्रमोशन लिस्ट तैयार करने पर हुआ खुलासा
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