जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर में सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र में जवान नरेश ने खुद को गोली मारकर जान दे दी. उसने प्रशिक्षण केंद्र के परिसर में ही स्थित अपने क्वार्टर में रविवार शाम से पत्नी व बच्ची के साथ खुद को बंद किया हुआ था. उसने क्वार्टर की बालकनी में आकर कई फायर भी किए थे. लगातार पुलिस व उच्च अधिकारियों के द्वारा समझाइश के बाद भी बात नहीं बनी, आखिरकार सीआरपीएफ के जवान नरेश ने सेल्फ फायर कर आत्महत्या कर ली. कंपाउंड में फॉरेंसिक टीम पहुंची और अग्रिम कार्रवाई की.
यह घटनाक्रम रविवार शाम 6.30 बजे शुरू हुआ था. नरेश ड्यूटी से अपने क्वार्टर में लौटा था. उसने किसी नाराजगी को लेकर क्वार्टर का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया उसकी पत्नी और बेटी ही अंदर ही थे. इसके बाद नरेश ने क्वार्टर की बालकनी में आकर हवाई फायर करने शुरू कर दिए. उसने थोड़ी-थोड़ी देर बाद 10-12 फायर किए, इससे वहां दहशत फैल गई.
पहले सीआरपीएफ के अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया. फिर पुलिस अधिकारी भी वहां पहुंचे. अधिकारियों ने पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम पर उससे शांत होने और बाहर आ जाने का आग्रह किया, लेकिन वह नहीं माना. अधिकारियों द्वारा उसके परिवार वालों को भी बुलाया गया, जहां उसके भाई, पिता और दोस्तों के द्वारा भी समझा गया. तकरीबन 18 घंटे तक किया संपूर्ण घटनाक्रम चलता रहा. आईजी विक्रम सहगल भी समझाइश के लिए पहुंचे, पर बात नही बनी. सीआरपीएफ आईजी के सामने ही जवान ने इंसास गन से खुद को गोली मार ली.
बीती शाम से शुरू हुआ समझाइश का दौर, दोपहर तक रहा जारी
नरेश जाट पाली जिले का मूल निवासी था. पिता, भाई और मित्रों से फोन पर उसकी बात कराई गई. सब ने उसे समझाने का प्रयास किया. इसी कशमकश में रात बीत गई. सुबह भी उसे समझाने के प्रयास चलते रहे. आखिर कुछ देर पहले उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. उसके बाद मौके पर फॉरेंसिक जांच दल को बुलाया गया, जिसने वहां से जानकारियां इक_ा की है वहीं पुलिस ने भी अपना अनुसंधान शुरू किया है.
छुट्टी को लेकर शुरू हुआ था विवाद
इधर जानकारी में यह बात सामने आई है कि जवान नरेश की अपने वरिष्ठ अधिकारी भूपेंद्र सिंह से छुट्टी पर जाने को लेकर बात हुई थी, जो कि कहासुनी में तब्दील हो गई थी, इसके बाद ड्यूटी पूरी होने के बाद घर पहुंचते ही जवान नरेश द्वारा घर की बालकनी से फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद लगातार फायर किए जाने के बाद एक बार ही दहशत भरा माहौल हो चुका था. बाद में पुलिस के द्वारा समझाईश के प्रयास किये गए थे, लेकिन बात नहीं बनी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कन्हैयालाल की पत्नी को बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने दिये 1 करोड़ , राजस्थान सरकार ने दिए थे 51 लाख
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