जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल के कटनी-ब्यौहारी रेलखंड के कंचनपुर हाल्ट स्टेशन पर पिछले दिनों पीडबलूआई राजेश कुशवाहा की घनघोर लापरवाही से सैकड़ों यात्रियों की जान उस समय सांसत में पड़ गई, जब ट्रेक पर रेल फ्रेक्चर था, उसके ऊपर से मेमू गाड़ी निकल रही थी, ट्रेन के चालक ने तत्परता दिखाते हुए ट्रेन को तत्काल रोका. दरअसल इस मेमू गाड़ी से पहले एक मालगाड़ी निकली थी, जिसके चालक ने रेल फ्रेक्चर की सूचना स्टेशन को दी थी, स्टेशन ने संबंधित पीडबलूआई को रेल फ्रेक्चर होने की जानकारी दी, किंतु पीडबलूआई ने फ्रेक्चर अटेंड करने की बजाय ट्रेक को दुरुस्त करने का मेमो जारी कर दिया. पीडबलूआई की बड़ी लापरवाही सामने आते ही मंडल रेल प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से पीडबलूआई को सस्पेंड कर दिया है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि कटनी-ब्यौहारी रेल खंड के जोबा-दुबरी के बीच कंचनपुर हाल्ट स्टेशन है, गत 17 जुलाई की सुबह 11 बजे के लगभग वहां से एक मालगाड़ी गुजरी, जिसके चालक ने रेल ट्रेक पर लर्ज (रेल फ्रेक्चर) देखा, जिसकी सूचना तुरंत ही स्टेशन प्रशासन को दी. स्टेशन प्रशासन ने रेल फ्रेक्चर होने की जानकारी तुरंत ही संबंधित सेक्शनल पीडबलूआई राजेश कुशवाहा को दी. सूचना मिलते ही पीडबलूआई को तत्काल मौके पर पहुंचकर सुधार कार्य करवाना था, किंतु ऐसा नहीं किया गया और घर पर ही बैठे-बैठे ट्रेक सेफ होने का मेमो जारी कर दिया.
सेफ मेमो मिलने के बाद मेमू ट्रेन चली, फिर...
सूत्रों के मुताबिक पीडबलूआई राजेश कुशवाहा से ट्रेक सेफ होने का मेमो मिलते ही अगली ट्रेन संख्या 06623 मेमू ट्रेन को रवाना किया, जैसे ही लगभग 11.30 बजे मेमू ट्रेन कंचनपुर हाल्ट स्टेशन के सिंगरौली एंड पर पहुंची, वैसे ही मेमू ट्रेन के चालक को ट्रेक में गड़बड़ी दिखी, जिस पर उसने तत्काल ही ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका, लेकिन तब तक इंजिन के दो चके लर्ज के ऊपर से निकल गये. चालक ने तत्काल ही इसकी सूचना कंट्रोल व रेलवे स्टेशन को दी. इस दौरान काफी देर तक ट्रेन मौके पर ही खड़ी रही. जानकारों का कहना है कि मेमू ट्रेन जल्दी स्पीड पकड़़ती है, यदि चालक सतर्कता दिखाकर ट्रेन को नहीं रोकता तो बड़ा हादसा हो सकता था, इस ट्रेन में सैकड़ों यात्री सवार थे.
रेल प्रशासन ने पीडबलूआई को सस्पेंड किया
बताया जाता है कि इतनी बड़ी घटना घटित होने के बाद रेल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू करते हुए पीडबलूआई को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है, लेकिन जानकार सस्पेंसन को नाकाफी बता रहे हैं. वही सवाल इस बात का भी उठ रहा है कि क्या कोई पीडबलूआई अपनी सील बनवाकर उस पर ट्रेक को सेफ होने का मेमो जारी कर सकता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रेलवे ने दपूमरे की 23 ट्रेनों में फिर शुरू की MST की सुविधा, यह हैं ट्रेनों की सूची
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