पलपल संवाददात, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित पुलिस लाइन में कुछ पुलिस कर्मी ऐसे है जो ट्रांसफर होने के बाद भी थाना नहीं जा रहे है, जिसकी एक बड़ी वजह सामने आ रही है कि लाइन से बंदियों को पेशी पर ले जाने पर खेल होता है, जिसमें ऐसे पुलिस कर्मियों को ड्यूटी लगाई जाती है जो सेटिंग कराने में अह्म भूमिका निभाते है.
चर्चाओं में यह बात भी सामने आई है कि पुलिस लाइन से बंदियों को पेशी पर ले जाने के लिए ड्यूटी लगाने वाले एएसआई की बड़ी भूमिका रहती है, जिनके इशारे पर ऐसे पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है जो पूरी सेटिंग करा दे ताकि बंदी को पेशी पर ले जाने व लाने के वक्त कोई परेशानी न हो, बंदी को पूरी सुविधाएं प्राप्त हो सके, लम्बे समय से चल रहे इस खेल की वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जानकारी नहीं होती, क्योंकि यह सबकुछ पुलिस लाइन से बड़े ही सुनियोजित तरीके से होता है, बंदियों को जेल तक पेशी पर ले जाने वाले पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाने वाले एएसआई द्वारा ही सारा खेल रचा जाता है, इसके लिए एएसआई द्वारा पुलिस लाइन से कुछ खास पुलिस कर्मियों को अपने साथ रखा है, जो सारी सेटिंग कराते है, इस खेल के चलते कुछ पुलिस कर्मी जिनका थाना में तबादला हो गया है इसके बाद भी वे थाना नहीं जा रहे क्योंकि यहां पर होने वाले खेल से ज्यादा फायदा, जबकि थानों में बल की कर्मी के कारण कई बार पुलिस अधिकारियों को कई समस्याओं से जूझना पड़ता है, वहीं दूसरी ओर ट्रांसफर होने के बाद भी पुलिस कर्मी थानों में पुलिस लाइन में ही जमें है, कुछ ऐसे पुलिस कर्मी है जो कई बार पुलिस अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन चुके है, इसके बाद भी अधिकारियों के खास बने हुए है.
जबलपुर के तिलवारा घाट में उतराता मिला प्रेमिका को गोली मारने वाले फर्जी पत्रकार बादल पटैल का शव
जबलपुर में तेज होती जा रही कोरोना संक्रमण की रफ्तार, फिर मिले 28 पाजिटिव
जबलपुर में शराब दुकान बंद कराने महिलाओं ने बारिश में किया प्रदर्शन
जबलपुर में युवती की गोली मारकर हत्या, कार में मिली लाश, फर्जी पत्रकार गैंग के सदस्य की तलाश
Leave a Reply