*श्रीमती कृति त्रिवेदी
ढूंढना चाहती हूं खुद को,
पर कमबख्त यह व्यस्त वक्त रोक लेता है,
जाने कितने बहाने देता है,
खुद की मौज में घूमना चाहती हूं,
ठहरता वक्त तो रुकना चाहती हूं,
करना चाहती हूं यह सब,
पर वक्त है कहां मेरा अब,
बस महत्वाकांक्षाओं के घोड़े,
ख्वाहिशों की उड़ान,
उम्मीदों के ताने-बाने,
इनके जाल में गुम सी गई हूं,
ढूंढना चाहती हूं खुद को....
जिंदगी की भाग दौड़ में गुम सी गई हूं!
https://twitter.com/Pradeep80032145/status/1560136430814470145
जबलपुर में वेस्टलैंड खमरिया तालाब में डूबने से 8 वर्षीय बालक की मौत, साइकल से घूमने निकला था
झारखंड : कोडरमा के पंचखेरो डैम में युवकों की बोट डूबी, 9 में से एक तैरकर बाहर निकला, 8 की तलाश जारी
शेयर बाजार में शानदार तेजी: 450 अंक मजबूत हुआ सेंसेक्स, निफ्टी भी 17500 के पार निकला
जबलपुर ईओडब्ल्यू की दबिश में समिति सहायक प्रबंधक निकला धन्नासेठ..!
Leave a Reply