दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. हाल ही में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में पार्टी के अहम पद से भी इस्तीफा दिया था. गौरतलब है कि 2020 में ही उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, जिसमें संगठन स्तर पर बड़े बदलाव की मांग की गई थी. उस दौरान कांग्रेस की भीतर ही जी-23 समूह चर्चा में आया था, जिसमें आनंद शर्मा, मनीष तिवारी समेत कई नेता शामिल थे.
वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद न अपना इस्तीफा अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा है. कुछ दिन पहले ही कांग्रेस ने उन्हें जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया था, लेकिन आजाद ने 2 घंटे बाद ही इससे इस्तीफा दे दिया था.
73 साल के आजाद अपनी सियासत के आखिरी पड़ाव पर फिर प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालना चाह रहे थे, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने उनकी बजाय 47 साल के विकार रसूल वानी को ये जिम्मेदारी दे दी. वानी गुलाम नबी आजाद के बेहद करीबी हैं. वे बानिहाल से विधायक रह चुके हैं. आजाद को यह फैसला पसंद नहीं आया. कहा जा रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व आजाद के करीबी नेताओं को तोड़ रहा है और जिससे वे नाराज हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर कांग्रेस में बढ़ती टेंशन के बीच प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बुलावे पर चारों विधायक पहुंचे भोपाल
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