जब मीडिया में मोदी के विरोध में 'म' भी नहीं बोला जाता था, तब पल-पल इंडिया ने कहा था- माना की पीएम मोदी बहादुर हैं, पर प्रेस से क्यों दूर हैं?

जब मीडिया में मोदी के विरोध में

प्रेषित समय :22:26:08 PM / Thu, Sep 22nd, 2022

प्रदीप द्विवेदी. जब मीडिया में मोदी के विरोध में म भी नहीं बोला जाता था, तब पल-पल इंडिया ने कहा था- माना की पीएम मोदी बहादुर हैं, पर प्रेस से क्यों दूर हैं?
इसके बाद भी अनेक अवसर पर पीएम मोदी के प्रेस के डर पर लिखा गया!
अभी, राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयराम रमेश ने कहा कि- राहुल गांधी पिछले 15 दिनों में दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं और कुछ नेता ऐसे हैं जिन्होंने 20 साल में एक भी नहीं की?
लेकिन.... राहुल गांधी ने तुरंत व्यंग्यबाण चलाया- कुछ नहीं सिर्फ एक नेता!
पल-पल इंडिया (9/6/2018) में देश के प्रमुख पत्रकार अभिमनोज ने लिखा था.... 
पीएम नरेंद्र भाई मोदी की जिस तरह की ब्रांडिंग हो रही है, उससे लगता है कि वे बहादुर हैं, पर सवाल यह है कि फिर वे प्रेस से क्यों दूर हैं? प्रेस से बातचीत तो छोड़िए, वे तो कईं ज्वलंत मुद्दों पर ही चुप्पी साध लेते हैं, और शायद इसीलिए मौन रहने का भाजपाई आरोप झेलने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कुछ समय पूर्व पीएम मोदी पर व्यंग्यबाण चलाए थे कि... उन्हें बोलने का उपदेश देने वाले मोदी क्यों ज्वलंत मुद्दों पर चुप्पी साधे रहते हैं?
नरेंद्र भाई मोदी प्रेस के साथ एक तरफा संवाद रखते हैं जैसा अपनी पार्टी के नेताओं के साथ रखते हैं, उनके भाषण सुनो, उनके मन की बात सुनो और उनके बयान खुब प्रचारित करो!
इसी तरह पल-पल इंडिया (17/5/20219) में- पीएम मोदी की पहली गूंगी प्रेस कॉन्फ्रेंस, किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया! में लिखा था.... 
लोकसभा चुनाव 2019 के आखिरी चरण के लिए होने वाला चुनाव प्रचार थमने से कुछ समय पहले बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई? इस नजरिए से यह गूंगी प्रेस कॉन्फ्रेंस रही कि इसमें पीएम मोदी ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया, सारे सवालों के जवाब अमित शाह देते रहे, पीएम मोदी बने रहे केवल- मूकसाक्षी!
पल-पल इंडिया (18/5/20219) में- प्रधानमंत्री की मौनी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर विदेशी प्रेस ने भी निशाना साधा? में बताया था कि.... 
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी की पहली बार हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस पर राहुल गांधी सहित देसी नेता तो लगातार टिप्पणियां कर ही रहे हैं, उधर विदेशी प्रेस ने भी निशाना साधा है?
खबर है कि... संयुक्त अरब अमीरात के सबसे बड़े समाचार पत्र गल्फ न्यूज ने लिखा है कि- भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ट्विटर पर इसकी बड़ी चर्चा हुई, क्योंकि यह उनकी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस थी, हालांकि लोगों को लग रहा था कि वे सवालों का सामना करेंगे, पर उन्होंने ऐसा नहीं किया!
उधर, वॉइस ऑफ अमेरिका ने लिखा कि- आलोचकों का कहना है कि टीवी इंटरव्यू से पहले मोदी को मालूम होता है कि उनसे क्या पूछा जाएगा और वे सवाल नरम और खुशामद करने वाले होते हैं?
पल-पल इंडिया (22/1/2022) में- एक सर्वे हो जाए.... सबसे डरपोक प्रधानमंत्री कौन? में कहा था कि.... 
कुछ समय पहले एक बेशर्म सर्वे आया था, जिसमें बताया गया था कि देश की आजादी के बाद अब तक के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री कौन हैं?
यकीनन, यह देश के तमाम महान प्रधानमंत्रियों को अपमानित करनेवाला सर्वे था!
उस सर्वे को लेकर पल-पल इंडिया, 24 जनवरी 2020, में लिखा था- इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी की लोकप्रियता को लेकर बेशर्म सर्वे बेमतलब है?
बड़ा सवाल यह है कि- क्या ऐसे सर्वे का उद्देश्य किसी नेता विशेष की इमेज बनाना था?
सियासी सयानों का मानना है कि अब समय बदल गया है, तो क्या ऐसे सर्वे करनेवाले अब यह सर्वे करेंगे कि- आजाद भारत का सबसे डरपोक प्रधानमंत्री कौन?
पल-पल इंडिया (12/7/2022) में- जीतू भिया! अब समझ में आया, मोदीजी प्रेस से इतना डरते क्यों हैं? में लिखा था.... 
कभी गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो बुलंद आवाज में भाषण दिए थे, सवाल उठाए थे, अब उन्हीं भाषणों ने उनकी बोलती बंद कर दी है?
कभी करेंसी, पेट्रोल, रसोई गैस, महंगाई को लेकर मोदीजी केंद्र की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए बड़ी-बड़ी बाते करते थे, लेकिन अब छोटीसी प्रेस कांफ्रेंस करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, काहे?
मोदीजी के इन्हीं सियासी हालातों के मद्देनजर प्रमुख कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने ट्वीट किया....
नरेंद्र मोदी भारत के इतिहास के सबसे कमज़ोर प्रधानमंत्री?
मोदी जी! तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने फिर सार्वजनिक रूप से, तार्किक सवाल उठाया है?
देश यह भी जानता है, इसका जवाब नहीं आएगा!
क्योंकि.... सच का सामना करना, कमजोर लोगों के बस की बात नहीं है?
पल-पल इंडिया (5/9/2021) में- साहेब तो झोला लेकर निकल लेंगे! में लिखा था.... 
चित्रा त्रिपाठी की हिम्मत को दाद देनी चाहिए कि वह किसान आंदोलन में कवरेज करने के लिए गई, अलबत्ता इसकी एक प्रतिशत हिम्मत भी यदि नरेंद्र मोदी में होती तो कम-से-कम सात साल में एक प्रेस कांफ्रेंस तो कर ही लेते?
साहेब का दावा 56 इंच का सीना दिखाने का था, लेकिन हर मुद्दे पर 56 इंच की पीठ दिखाते रहे हैं!
इसी तरह पल-पल इंडिया (20/1/2021) में- सवालों से राहुल गांधी नहीं, पीएम मोदी भागते रहे हैं! में बताया था कि.... 
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर मोदी टीम आरोप लगा रही है कि वे सवालों से भाग रहे हैं. राहुल गांधी से बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कुछ सवाल पूछे थे, तब राहुल गांधी का कहना था कि वे होते कौन हैं? जिनकी बातों का मुझे जवाब देना है. ऐसा प्रदर्शित किया जा रहा है जैसे राहुल गांधी सवालों से भाग रहे हैं, जबकि सच्चाई इससे एकदम उलट है, सवालों से तो पीएम मोदी भागते रहे हैं.
जहां राहुल गांधी लगातार प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं, प्रेस के सवालों का जवाब दे रहे हैं, वहीं पीएम मोदी ने रिकार्ड बनाया है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने कोई प्रेस कांफ्रेंस नहीं की है, वे प्रेस के सवालों पर कैसे चुप्पी साध लेते हैं, सवालों से कैसे भागते हैं, देश कई बार देख चुका है.
दिलचस्प तथ्य यह है कि जब पीएम मोदी पर कोई विपक्षी नेता सियासी निशाना साधता है, तब भी पीएम मोदी जवाब नहीं दे पाते हैं, बल्कि बीजेपी के दूसरे नेताओं को उनकी सियासी सुरक्षा के लिए, जवाब देने के लिए आगे आना पड़ता है.
याद रहे, 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद हुई बीजेपी की प्रेस कांफ्रेंस में भी देश के प्रमुख न्यूज़ चैनल के सवाल से पीएम मोदी भाग लिए थे और सारे सवालों के जवाब अमित शाह ने दिए थे.
बीजेपी में राजनाथ सिंह, अमित शाह, योगी आदित्यनाथ सहित अनेक नेता है, जो प्रेस कांफ्रेंस करते हैं और प्रेस के सवालों का जवाब भी देते हैं.
सवालों से भागते हैं, तो बस, पीएम मोदी भागते हैं!  
पल-पल इंडिया (8/5/2020) में- प्रेस के सामने आने का साहस कब जुटाएंगे पीएम मोदी? में बड़ा सवाल था कि.... 
पता नहीं क्यों, पीएम मोदी प्रेस के सामने आने से घबराते हैं?
उनके प्रायोजित कार्यक्रमों को छोड़ दें तो एक-दो पत्रकारों के साथ इंटरव्यू में भी वे सवालों से घबरा कर बीच में ही इंटरव्यू छोड़ चुके हैं!
दरअसल, उन्हें ब्रांडिंग की प्रवचन शैली ही रास आती है, हालांकि, कुछ दिनों से मीडिया में उनकी मौजूदगी तेजी से घट गई है?
प्रेस के सामने आने का साहस कब जुटाएंगे पीएम मोदी?
https://twitter.com/i/status/1572989448404729856

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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