जबलपुर कोचिंग काम्पलेक्स: अव्यवस्थाओं, प्रशासनिक उदासीनता से आक्रोशित रेल कर्मचारी, भूख हड़ताल चौथे दिन पहुंची

जबलपुर कोचिंग काम्पलेक्स: अव्यवस्थाओं, प्रशासनिक उदासीनता से आक्रोशित रेल कर्मचारी, भूख हड़ताल चौथे दिन पहुंची

प्रेषित समय :17:01:26 PM / Fri, Oct 14th, 2022

जबलपुर. पमरे के जबलपुर स्थित कोचिंग कॉम्प्लेक्स में प्रशासनिक अंधेरगर्दी मची है, यहां पर चहुंओर अव्यवस्थाओं का बोलबाला है. रेल कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने मजबूर हैं. जरूरी सुविधाएं तक प्रशासन मुहैया नहीं करा रहा है. इन्हीं सब तमाम मांगों को लेकर वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के तत्वावधान में कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुक्रवार 14 अक्टूबर को चौथे दिन प्रवेश कर गई.

यूनियन ने चेतावनी दी है कि यह आंदोलन आर-पार का है, हम कर्मचारियों की समस्याओं के निदान होने तक हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे. भूख हड़ताल के चौथे दिन युवा साथी सुनील यादव. शुभांकर चंद्रवंशी, प्रफुल रैकवार को तिलक लगाकर व माला पहनाकर भूख हड़ताल पर बैठाया. हड़ताल के दौरान हिन्द मजदूर सभा मध्य प्रदेश के महासचिव काम. नवीन लिटोरिया, यूनियन के मंडल सचिव रोमेश मिश्रा, जरनैल सिंह, समीर शर्मा, आरके सिंह, जितेंद्र वर्मा, अजय गोस्वामी, संदीप यादव सहित बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी मौजूद रहे.

रेल कर्मचारियों की यह है समस्याएं

-गाड़ियों का अनाउंसमेंट गुमटी में सुनाई नहीं देता है.
- पैसेन्जर यार्ड जबलपुर में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए.
- साफ-सफाई की पूर्ण व्यवस्था की जाए. शेड्यूल व अलग कार्य हेतु अलग-अलग बैच बनाया जाये.
- प्लेटफार्म नं. 1, 4 एवं 5 और 6 के ऑफ साइड में आने-जाने के लिए पाथवे का निर्माण कराया जाए. सर्च लाइट में पहले तीन लाईट लगी रहती थी, परन्तु अभी दो लाइट लगी है. तीन लाइट लगायी जाये.
- एम.सी.एम. का प्रमोशन 7वें पे के अनुसार कुल स्वीकृत संख्या 1015 का 26: किया जाये. जे.ई. से एस.एस.ई की पदोन्नति सूची शीघ्र जारी की जाए.
- सेफ्टी शूज बहुत ही निम्न क्वालिटी के मिलते रहे हैं व पिछले 02 वर्षों से मिले ही नहीं है. इसे ठीक करायी जाये.
-ट्रेन नं. 22188 रानी कमलापति जबलपुर गाड़ी का अधारताल में 01 सीनियर टेक्नीशियन व 01 हेल्पर के द्वारा साइड परीक्षण करवाकर सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इसका परीक्षण जबलपुर में कराया जाये.
- जनवरी 2022 से एनएचए का भुगतान कराया जाये या राष्ट्रीय अवकाश स्वीकृत किया जाये. बरसात खत्म होने के करीब है, लेकिन प्रशासन द्वारा वादा करके भी रेन कोट उपलब्ध नहीं कराया गया. प्रायमरी एवं सैकेण्ड्री गाडिय़ां एक साथ ब्लॉक कर दी जाती है, जो संरक्षा के दृष्टि से गलत है.  
इस मौके पर यूनियन के मंडल सचिव रोमेश मिश्रा ने कहा कि उक्त समस्याओं का निराकरण काफी लम्बे समय से नहीं किया जा रहा है. इत्यादि समस्याएं व्याप्त हैं. जिस कारण कैरिज वैगन विभाग के कर्मचारी लगातार मानसिक प्रताडऩा के शिकार होकर भूख हड़ताल करने को मजबूर हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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