सिवान. बिहार के सिवान में आरपीएफ के भ्रष्ट इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव को सीबीआई के एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते रंगे हाथों दबोच लिया. दरअसल, विभाग को इंस्पेक्टर के खिलाफ लगातार रिश्वतखोरी की शिकायतें मिल रही थीं. जिसके बाद सीबीआई ने उसे रंगे हाथों पकडऩे के लिए जाल बिछाया. जिसमें इंस्पेक्टर फंस गया.
रेस्टोरेंट में हांडी मटन खाते ही सीबीआई ने दबोचा
शहर के छपरा रोड स्थित सत्यम इंटरनेशनल होटल में आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव एक मामले की डीलिंग के लिए पहुंचा था. वहां उसने 10 हजार रुपये की रिश्वत ली और जेब में रख लिया. इसके बाद आतिथ्य सत्कार के लिए आए हांडी मटन का स्वाद ले ही रहा था कि सादे लिबास में आसपास बैठे सीबीआई के अफसरों ने उसे पकड़ लिया. हालांकि कुछ देर के लिए रेस्टोरेंट में अफरा तफरी मच गई, लेकिन जल्द ही लोगों को सारी बातें समझ में आ गई. टीम ने अजय कुमार की जेब से चिन्हित किए गए 10 हजार रुपये बरामद कर लिए. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
ऐसे फंसे आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार
सिवान रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव पर यह अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वे पद का दुरुपयोग कर जमकर रिश्वतखोरी कर रहे हैं. बताया जा रहा कि हाल के कुछ दिनों से अजय कुमार की नजर रेलवे का ऑनलाइन टिकट करने वाले साइबर कैफे संचालकों पर थी. जिनसे वह अवैध वसूली कर रहे थे. इसके अलावा रेलवे के केस में फंसाने और बचाने के नाम पर भी जमकर पैसे बना रहे थे.
सीबीआई ने ऐसे की कार्रवाई
ऐसा ही एक मामला जीबी नगर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा निवासी पिंटू कुमार का था. पिंटू ने तत्काल टिकट बुक किया था. पचरुखी के एक साइबर कैफे से उसका प्रिंट आउट लिया था. इसी दौरान साइबर कैफे पर आरपीएफ का छापा पड़ा. इसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर पिंटू से केस में बचाने के लिए 10 हजार की रिश्वत मांगने लगे. इसकी शिकायत पिंटू कुमार ने सीबीआई को दी. जिसके आधार पर सीबीआई ने जाल बिछाया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बिहार : कटिहार नाव हादसे में 7 लोगों की मौत, धान काटकर लौटने के दौरान पलटी थी नाव, 3 को बचाया
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