जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर की बढ़ती आबादी के कारण होने वाले यातायात के दबाब को कम करने के साथ-साथ जबलपुर के विकास के लिए आवश्यकता थी कि इसके चारों ओर एक बड़ी रिंग रोड बने और इसके लिए प्रयास भी किए गए. और यह प्रयास सफल हुआ. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रिंग रोड की स्वीकृति दे दी. जबलपुर के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने करीब 300 करोड़ रुपए की लागत से 112 किमी लंबी रिंग रोड स्वीकृत की हैं. रिंग रोड बनने से शहर के चारों ओर व्यवस्थित विकास की असीम संभावनाएं होंगी और शहर तेजी से आगे बढ़ेगा.
आगामी 7 तारीख को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जबलपुर आ रहें हैं उनके साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव भी मौजूद रहेंगे. नितिन गडकरी रिंग रोड का भूमि पूजन करेंगे. जबलपुर में बनने वाली रिंग रोड प्रदेश की सबसे बड़ी रिंग रोड होगी. यह रोड आने वाले 50 सालों को दृष्टिगत रखते हुए बनेगी ताकि लम्बे समय तक लोगों को सुविधा मिल सके. रिंग रोड बनने के बाद जबलपुर शहर में आवश्यक यातायात के बोझ को कम किया जा सकेगा साथ ही जबलपुर लॉजिस्टिक हब के सपने को शीघ्र अमलीजामा पहनाने का कार्य भी किया जायेगा.
प्रदेश की सबसे बड़ी 112 कि.मी रिंग रोड की स्वीकृति पहले मिल चुकी थी, पर बड़ी परियोजना होने के कारण केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने परियोजना को भारत माला में शामिल किया गया, जिसके फलस्वरूप सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी प्रस्तावित रिंग रोड को भारत माला परियोजना में शामिल कर लिया गया.
आगामी 50 वर्षों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए बना है प्रोजेक्ट - राकेश सिंह
जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने कहा कि हैदराबाद जैसे महानगर जिसकी आबादी 1 करोड़ 75 लाख के लगभग है, उसके चारों ओर बनी रिंग रोड 126 किमी लंबी है और हमारे जबलपुर की आबादी जो लगभग 15 लाख है, इसके चारों ओर बनने वाली रिंग रोड 112 किमी लंबी बनना यह संस्कारधानी के लिए अच्छा है. सांसद राकेश सिंह ने बताया कि जबलपुर शहर सभी दिशाओं में राष्ट्रीय राजमार्गो से घिरा हुआ हैं, 6 राष्ट्रीय राजमार्ग जबलपुर शहर में आकर मिलते हैं. 112 किमी. लम्बाई की बाहरी रिंग रोड सभी राष्ट्रीय राजमार्गो को इंटर कनेक्टिविटी प्रदान करते हुये, जबलपुर शहर के अंदर भारी वाहनों के दबाव को कम करेगी एवं सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आयेगी.
जबलपुर रिंग रोड़़ की लम्बाई, भारत के अधिकांश शहरों की रोड की अपेक्षा ज्यादा हैं, रिंग रोड बनने से जबलपुर शहर को आने वाले 50 साल तक के लिए यातायात मे सुधार होगा इतना ही नहीं जबलपुर शहर चारों और से स्थित 6 राष्ट्रीय राजमार्गो के कारण पर्यावरण की सुरक्षा, यातायात की सुरक्षा के साथ महाकौशल क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.
भारत माला परियोजना के तहत बनने वाली रिंग रोड लगभग 3 हजार करोड़ की लागत से बनाई जाएंगी. परियोजना के लिये लगभग 550 हेक्टेयर. भूमि का अधिग्रहण लगभग 250 करोड़ की लागत से किया जाएगा. रिंग रोड का निर्माण चार लेन अनुसार किया जाएगा एवं सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये, प्रस्तावित रिंगरोड एक्ससेस कंट्रोल पद्धति के आधार पर निर्मित की जाएगी. इसके दोनों ओर, दो लेन चौड़ी सर्विस रोड़ निर्मित की जाएगी. परियोजना के अंतर्गत 8 बड़े पुल, 38 छोटे पुल, 264 छोटी पुलियों, 3 आर.ओ.बी, 1 वैडक्ट, 7 फ्लाईओवर, 1 ओवरपास, तथा 30 अंडरपास, निर्मित किया जाना हैं.
पर्यावरण संरक्षण हेतु सड़क के बीच मे और किनारों पर 2 लाख पौधे लगाये जाएंगे. रिंग रोड को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ क्लोज्ड टोलिंग की पद्धति पर निर्मित किया जाएगा एवं यातायात को देखने के लिए निगरानी हेतु पूर्ण मार्ग पर कैमरे भी लगाए जाएंगे. शहर के सभी मुख्य राजमार्गों के वेसाइड एमेनिटीज के प्रावधान किये गये हैं.
परियोजना के अंतर्गत, जबलपुर की पहचान भेड़ाघाट एवं धुआंधार जलप्रपात की डायरेक्ट कनेक्टिविटी हेतु 2.7 किमी. की दो लेन चौड़ी सड़क भी निर्माण प्रस्तावित हैं. रीवा-सतना-मण्डला-कटनी से आने वाले यात्रियों को शहर के अंदर यातायात से निजात दिलाने के लिए रिंग रोड से एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिविटी भी परियोजना में शामिल की गई हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-MP News: जबलपुर में भूकंप का झटका: हड़बड़ाहट में घर से बाहर भागे लोग
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