जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे ने सतना-पन्ना और ललितपुर-सीधी-सिंगरौली के बीच नई रेल प्रोजेक्ट और डबलिंग के लिए 5 साल पहले किसानों की हजारों एकड़ जमीन ली थीं. वादा किया था कि जमीन का मुआवजा देने के अलावा अधिग्रहण करने वाले किसानों को रेलवे में नौकरियां भी दी जाएगी, पर लंबे आश्वासन के बाद आज तक किसानों के परिजन को नौकरी नहीं दी गई. जिससे किसानों व उनके परिजन नाराज हैं.
बताया जाता है कि नौकरियों की मांग पर बीते लंबे समय से आंदोलन कर रहे प्रभावित किसानों के बेटे-बेटियों ने जबलपुर में पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय (महाप्रबंधक कार्यालय) के सामने आज बुधवार 7 दिसम्बर को धरना दिया. रीवा, सतना, पन्ना, सीधी से आए किसानों के परिजनों ने नौकरी ना दिए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए विरोध जताया. चेतावनी भी दी कि अगर रेलवे ने उन्हें नौकरी नहीं दी, तो वे आमरण अनशन शुरू कर देंगे.
प्रभावित किसानों के आश्रितों का कहना है कि बीते 5 साल से उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं. इससे उनकी मानसिक और आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है और अब वे इस मुद्दे पर आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी भी कर रहे हैं. आंदोलनकारियों ने बताया कि इससे पहले वे अपनी शिकायत सीधी सांसद रीति पाठक के जरिए रेल मंत्री तक पहुंचा चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी नौकरी पर कोई स्पष्ट आदेश नहीं हो पाया है.
पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, वो सिर्फ यह कह रहे हैं कि मामला रेल मंत्रालय के संज्ञान में है और कोई भी फैसला ऊपरी स्तर से ही होगा. नौकरी के लिए जबलपुर रेलवे मुख्यालय पहुंचे किसानों के परिजनों ने चेतावनी दी है कि अगर भर्ती प्रक्रिया 15 दिन के भीतर शुरू नहीं होती है, रेलवे जीएम ऑफिस के बाहर आमरण अनशन करेंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-UP News : इटावा रेलवे स्टेशन के अनाउंसमेंट माइक से डिंपल भाभी जिंदाबाद के जमकर नारे लगे
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