प्रदीप द्विवेदी. अभी तीन बड़े चुनाव और कई उपचुनाव हुए जिनके नतीजे आने के बाद एक तरफा मीडिया केवल गुजरात पर फोकस होकर पीएम नरेंद्र मोदी का सियासी चेहरा चमकाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन गहराई से देखें तो 2024 को लेकर पीएम मोदी के लिए सियासी खतरे की घंटी बज रही है, यह बात अलग है कि एकतरफा मीडिया को सुनाई नहीं दे रही है?
आइए, देखते हैं कि नतीजे क्या कहते हैं....
एक- गुजरात को लेकर पल पल इंडिया ने पहले ही लिखा था कि आम आदमी पार्टी जिसके वोट काटेगी, वह पार्टी हार जाएगी, कांग्रेस हार गई, लेकिन 2024 में इससे कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि गुजरात में बीजेपी ने पिछले लोकसभा चुनाव में सभी 26 सीटें जीत ली थी, लिहाजा सीटें बढ़ने से तो रही, अब 2024 में बीजेपी को ये 26 सीटें बचानी हैं!
दो- उपचुनावों के नतीजे बता रहे हैं कि गुजरात के अलावा शेष भारत में पीएम मोदी का सियासी जादू बेअसर हो चुका है, खासकर उत्तर भारत में यदि बीजेपी की सीटें कम हुई, तो 2024 में वह एकल बहुमत खो देगी?
तीन- हिमाचल विधानसभा, एमसीडी और उपचुनावों में बीजेपी की विदाई ने 2023 के राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि के विधान सभा चुनाव-2023 और लोकसभा 2024 में बीजेपी के लिए खतरे की घंटी बजा दी है!
चार- हो सकता है कि सियासी खरीद-फरोख्त के दम पर मोदी टीम हिमाचल में बीजेपी की सरकार बना ले या एमसीडी में मेयर बना ले, लेकिन जनता ने 2024 के लिए सियासी तेवर तो दिखा ही दिए हैं?
पांच- सियासी सयानों का मानना है कि उपचुनावों को छोड़ भी दें तो भी इन चुनावों में कांग्रेस और आप ने कुछ-न-कुछ पाया है, लेकिन बीजेपी ने तो तीन में से दो सत्ताएं गंवा दी हैं?
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https://palpalindia.com/2022/12/07/delhi-MCD-election-bjp-operation-lotus-aam-aadmi-party-Lok-Sabha-Elections-news-in-hindi.html
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