दिल्ली. राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों की वेल में नारेबाजी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कीचड़ उसके पास था, मेरे पास गुलाल, जो भी जिसके पास था, उसने दिया उछाल. जितना कीचड़ उछालोगे उतना कमल लिखेगा. कमल खिलाने में आपके योगदान की मैं सराहना करता हूं. वहीं विपक्षी सांसदों ने अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग को लेकर नारेबाजी की. राज्यसभा के सभापति उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उनके इस रवैये पर नाराजगी जताई. विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना भाषण जारी रखा.
पीएम मोदी ने कहा कि इस सदन में जो कुछ कहा जाता है, उसे देश ध्यान से सुनता है. कुछ सांसद इस सदन को बदनाम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विश्वास बहुत बड़ी ताकत है, जनता का विश्वास हमने जीता है. मेहनत पड़ी लेकिन दूर दराज के गांवों को आशा की किरण दिखाई दी. पहले की सरकारों में कुछ घंटे बिजली आती थी. पहले एक खंभा गाड़ते थे, तो उसकी सालगिरह मनाते थे. आज 22 घंटे बिजली का प्रयास किया जा रहा है. उसके लिए नई ट्रांसमिशन लाइनें बिछानी पड़ीं, सौर ऊर्जा लगानी पड़ी, हमने लोगों को उनके साध्य पर नहीं छोड़ दिया, हमने देश का आगे आने वाला कल उज्जवल बनाने का काम किया. हमने खुद पर दबाव बनाया, मेहनत वाला रास्ता चुना. जब भेदभाव होता है तब करप्शन की संभावना होती है. सैचुरेशन तुष्टिकरण की आशंकाओं को समाप्त कर देता है. स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति को खत्म कर देता है, समाज की आखिरी पंक्ति पर खड़े व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा समाहित होती है. सबका साथ सबका विकास का मतलब यही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास की गति क्या है, नीयत क्या है, दिशा क्या है, परिणाम क्या है, यह बहुत मायने रखता है. हम जनता की प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं के आधार पर मेहनत और परिश्रम कर रहे हैं. दिन-रात खुद को खपाना पड़ेगा तो खपाएंगे, लेकिन देश की आशाओं को चोट नहीं पहुंचने देंगे. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को बार-बार देश नकार रही है, लेकिन कांग्रेस और उसके साथी अपनी साजिशों से बाज नहीं आ रहे हैं, लेकिन जनता इसे देख रही है और उनको हर मौके पर सजा भी दे रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि कोई भी जब सरकार में आता है वह देश के लिए कुछ वादा करके आता है लेकिन सिर्फ भावनाएं व्यक्त करने से बात नहीं बनती है. विकास की गति क्या है, विकास की नींव, दिशा, प्रयास और परिणाम क्या है यह बहुत मायने रखता है. जनधन, आधार और मोबाइल ये त्रिशक्ति हैं, जिससे पिछले कुछ वर्षों में 27 लाख करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से सीधा हितधारकों के खातों में गए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी प्राथमिकता आम जनता है और यही कारण है कि हमने देश के 25 करोड़ परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया. देश के 18000 गांवों में आजादी के 70 साल बाद हमने बिजली पहुंचाई. यही सच्चा सेक्युलरिज्म है. पीएम मोदी ने कहा कि वे गरीबी हटाओ कहते थे, लेकिन 4 दशकों से अधिक समय तक कुछ नहीं किया. जबकि हम देश के लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 3-4 साल में करीब 11 करोड़ घरों में नल के पानी के कनेक्शन दिए गए हैं. आम लोगों के सशक्तिकरण की बात करते हुए हमने जनधन खाता आंदोलन शुरू किया. पिछले 9 साल में देशभर में 48 करोड़ जनधन खाते खोले गए. पीएम मोदी ने कहा कि कल खडग़े जी शिकायत कर रहे थे कि मोदी जी बार-बार मेरे चुनावी क्षेत्र में आते हैं. कुलबुगी में मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि मैं आता हूं तो शिकायत करने से पहले ये भी तो देखो वहां एक करोड़ 70 लाख बैंक खाते खुले, इनमें आठ लाख से ज्यादा जनधन खाते खुले. अब जनता ने वहां कांग्रेस का खाता बंद कर दिया तो मैं क्या करूं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-लोकसभा में राहुल गांधी ने उठाया अडाणी मुद्दा, जमकर हुआ हंगामा, इन सवालों से पीएम मोदी को घेरा
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