आकाश मंडल में ग्रहों की गति से जो संयोग बनते है वो गजब ही होते है,इन योगों को समझने वाला चाहिए,आकाश में अपनी अलग अलग गति और अपने नियम से घूमने वाले ग्रह जब आपस मे मिलते और अलग होते है तो कई तरह की अलग परिस्थितियां और ग्रह योग बनते है इसका प्रभाव मानव जीवन,मौसम हर जड़ और चेतन पर पड़ता है.
*सूर्य और बुध ने शनि की राशि और साथ छोड़ा -पिछले एक माह से सूर्य और बुध शनिदेव की राशि कुंभ मे थे 15 मार्च के बाद पहले सूर्यदेव फिर एक दिन बाद बुध ने शनि की राशि छोड़ दी.
*गुरु के साथ और गुरु की राशि मे आये*-शनिदेव की राशि छोड़ते ही सूर्यदेव गुरु की राशि मीन मे आ चुके है साथ ही मलमास लग चुका है,आकाश मंडल के युवराज बुध ग्रह भी शनिदेव की राशि कुंभ को छोड़कर अपनी नीच राशि मीन मे आ चुके है जहा ये 1 अप्रैल तक रहेंगे, सूर्यदेव भी 14 अप्रैल तक मीन राशि मे रहेंगे तत्पश्चात अपनी उच्च राशि मेष मे जायेंगे.
*मेष,कर्क,सिंह,वृश्चिक राशि वाले संभलकर कोई भी बात या वचन दे, शांति से व्यापार या व्यवहार करें.
*वृषभ,मिथुन,कन्या,तुला, मकर, कुंभ के लिए शुभ समय.
*1 अप्रैल तक शेयर बाजार मे कभी भी भारी तेजी या मंदी आ सकती है.
*बुध या गुरु के नछत्र मे सावधानी बरतें.
*बुधवार या गुरुवर के दिन संभलकर कार्य करे.
*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु
9893280184
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