भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बुधवार 12 अप्रैल को प्रदेश के नवनियुक्त शिक्षकों से संवाद करते हुए उन्हें बेहतर कार्य करने का प्रशिक्षण दिया. इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री निवास में नवनियुक्त शिक्षकों का सम्मेलन आयोजित किया गया. सुबह दस बजे शुरू हुए नवनियुक्त शिक्षकों के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम स्कूल शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के अलावा प्रदेशभर से बड़ी संख्या में नवागत शिक्षक पहुंचे. इस कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली जुड़ेे और उन्होंने नवागत शिक्षकों को अपने शैक्षणिक जीवन में उत्तम कार्य करने का सारगर्भित संदेश दिया. इससे पहले कार्यक्रम के दौरान कुछ शिक्षकों को सीएम शिवराज ने प्रतीक स्वरूप नियुक्ति पत्र भी सौंपे.
शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वर्चुअल संबोधन में सरकार के कामकाज की जमकर प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को आगे बढ़ाने में प्रदेश बेहतर काम कर रहा है. प्रधानमंत्री ने शिक्षकों को सफलता का मंत्र देते हुए कहा, आप शिक्षक भले हैं, पर अपने भीतर के विद्यार्थी को हमेशा जागृत रखना है. यह आपको जीवन में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा. आपकी शिक्षा देश का वर्तमान ही नहीं भविष्य भी संवारेगी. यह शिक्षा एक विद्यार्थी में ही नहीं समाज में भी परिवर्तन लाएगी. आप जिन मूल्यों को आगे बढ़ाएंगे वह आने वाली पीढिय़ों का भविष्य भी बेहतर बनाएंगे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नियुक्ति के दूसरे वर्ष से ही शिक्षकों को पूरा वेतन देने की घोषणा की. पहले वर्ष 70 प्रतिशत वेतन मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा, जो पिछले सरकार ने गलत किया था उसे सुधार रहा हूं.
सीएम शिवराज ने नवनियुक्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि मुझे वक्ता बनाने में किसी का योगदान है, तो मेरे गुरु का है. एक गुरु, महापुरुषों की श्रृंखला खड़ी कर सकता है. यहां सीएम शिवराज ने नवनियुक्त शिक्षकों के हित में एक बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि मैं पिछली सरकार की गलती को सुधार रहा हूं. अब सभी शिक्षकों को पहले साल में 70 फीसदी और दूसरे साल से 100 फीसदी वेतन दिया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि परिवीक्षा अवधि में शिक्षकों को पहले वर्ष पूरे वेतन का 70 प्रतिशत, दूसरे वर्ष 80 प्रतिशत और तीसरे वर्ष 90 प्रतिशत वेतन ही मिलता था. पूरा वेतन चौथे वर्ष से दिया जाता था. काटा गया वेतन उन्हें बाद में भी नहीं दिया जाता था. मुख्यमंत्री ने कहा, इस तरह तरसा कर वेतन देना अच्छा नहीं लगता. शिक्षक संगठन लंबे समय से इस नियम को बदलने की मांग कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि नया भारत और मध्य प्रदेश के बनाने में आपका बड़ा योगदान है. विद्यार्थियों को ज्ञान देना है, कुशल बनाना है और अच्छे नागरिक बनाना है. लैंगिक समानता का पाठ भी पढ़ाना है. आप हृदय से सोचिए कि सामान्य टीचर की तरह पढ़ाना है या इतिहास रचोगे. आप इतिहास रचोगे तो नया भारत बनाओगे. नया संसार रच देंगे आप. संकल्प लें कि बेहतर गुरू बनकर जीवन सार्थक करेंगे. समाज को भी यदि यह विश्वास हो गया कि यह सचमुच अच्छे गुरु हैं तो वह आपका बहुत आदर करेगा.
पीएम मोदी ने की सराहना
प्रधानमंत्री ने अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि जिलों में रोजगार मेलों का आयोजन कर युवाओं की विभिन्न पदों पर भर्ती की की जा रही है. मध्य प्रदेश में व्यापक तौर पर शिक्षक नियुक्ति का अभियान नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को आगे बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम हैं. एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की जा रही है. इस वर्ष के अंत तक 60 हजार शिक्षकों की भर्ती का लक्ष्य है. नवनियुक्त कुल शिक्षकों में आधे आदिवासी क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थ किए जाएंगे, यह अच्छा प्रयास है. नेशनल अचीवमेंट सर्वे में प्रदेश ने बड़ी छलांग लगाई है. एमपी 17वें नंबर से पांचवें नंबर पर पहुंच गया है. आज अलग-अलग क्षेत्र में बुनियादी संसाधनों का जो विकास हो रहा है, उससे रोजगार के अवसर बढ़े हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-भोपाल RKDF यूनिवर्सिटी: पश्चिमी खानपान से परहेज कर बेहतर पौष्टिक आहार का सेवन करें-दिव्या महाजन
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