जबलपुर. पुरानी पेंशन की मांग को लेकर रेलवे सहित तमाम विभागों के लाखों केंद्रीय व राज्य के कर्मचारियों में जबरदस्त आक्रोश अब अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है. सरकार द्वारा उनकी मांगें नहीं मानने से कर्मचारियों में उबाल है. केंद्र सरकार से आर पार के संघर्ष का ऐलान किया गया है, जिसके तहत ओल्ड पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा, आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) व वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के तत्वावधान में आगामी 10 अगस्त को संसद मार्च का ऐलान किया गया है, जिसके तहत सिर्फ डेढ़ लाख से अधिक रेल कर्मचारी पूरे देश से दिल्ली पहुंच रहे हैं, वहीं पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, कोटा व भोपाल से 10 हजार से अधिक कर्मचारी दिल्ली जाएंगे, जिन्होंने रिजर्वेशन कराना शुरू कर दिया है.
इस संबंध में हिंद मजदूर सभा के राष्ट्रीय सचिव, एआईआरएफ के असिस्टेंट जनरल सैक्रेट्री व डबलूसीआरईयू के महामंत्री काम. मुकेश गालव ने बताया कि पुरानी पेंशन हर कर्मचारी का हक है और वे इसे लेकर ही रहेंगे. लगातार कर्मचारी संगठनों द्वारा केंद्र सरकार से ओपीएस बहाली की मांग की जाती रही है, किंतु सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है, जिससे रेलवे सहित सभी केंद्रीय कर्मचारियों, राज्य कर्मचारियों. निगमों, अर्ध शासकीय संस्थानों के लाखों कर्मचारी आक्रोशित हैं और उनमें सरकार के प्रति जबर्दस्त गुस्सा है.
जेएफआरओपीएस, एआईआरएफ, डबलूसीआरईयू का दिल्ली कूच
श्री गालव ने बताया कि आगामी जेएफआरओपीएस, एआईआरएफ, डबलूसीआरईयू ने आगामी 10 अगस्त को संसद सत्र के पहले दिन ही दिल्ली में संसद घेराव आंदोलन का निर्णय लिया है, जिसमें पूरे देश भर से केंद्रीय व राज्य सरकारों के कर्मचारी जिनमें रेलवे कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी, डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी, बैंक कर्मी, पुलिसकर्मी शामिल हैं, बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगे.
जबलपुर में यूनियन की मंडल कांफ्रेंस में बनी रूपरेखा
गत सोमवार 3 जुलाई को पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर स्थित वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के मंडल कार्यालय में एक कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें यूनियन महामंत्री काम. मुकेश गालव, मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला, मंडल सचिव रोमेश मिश्रा सहित तमाम मंडल के पदाधिकारी शामिल रहे. इस मीटिंग में ओपीएस बहाली के लिए 10 अगस्त की सुबह तक दिल्ली पहुंचने के लिये रूपरेखा तैयार की गई है. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, कोटा व भोपाल मंडल के अलावा कोटा व सीआरडबलूएस वर्कशाप भोपाल से 10 हजार से अधिक रेल कर्मचारियों के दिल्ली पहुंचने का लक्ष्य तय किया गया. साथ ही इन स्टाफ को पास, पीटीओ निकालकर ट्रेन में रिजर्वेशन कराने को कहा गया है. जिसके बाद बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने 9 अगस्त को दिल्ली जाने वाली ट्रेनों व आंदोलन के बाद 10 अगस्त को वापसी का आरक्षण कराना शुरू कर दिया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी-बिहार के यात्रियों को फायदा : रेलवे ने 22 स्पेशल समर ट्रेनों के संचालन की अवधि बढ़ाई
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