कोटा. ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) के आव्हान पर आज 12 जुलाई को देशभर में 1960 की ऐतिहासिक रेल हड़ताल की 63वीं वर्षगांठ पर रेल कर्मचारियों ने इस हड़ताल में शहीद हुए रेल कर्मचारियों को याद में संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
यूनियन के सहायक मंडल सचिव नरेश मालव ने बताया कि रेल हड़ताल की 63वीं वर्षगांठ की श्रृंखला में आज वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के मंडल कार्यालय में संगोष्ठी का आयोजन कर 1960 की ऐतिहासिक रेल हड़ताल के अमर शहीदों को 2 मिनट का मौन धारण कर सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस अवसर पर यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुये बताया कि 1960 की ऐतिहासिक हड़ताल में रेल कर्मचारियों से जुड़ी महत्वपूर्ण मांगे जैसे न्यूनतम वेतन, डीए का भुगतान, केंद्रीय कर्मचारियों की सुविधाओं एवं अधिकार में कटौती, एक उद्योग में एक यूनियन तथा औद्योगिक विवादों को सुलझाने हेतु विभागवार बोर्ड की स्थापना जैसे विषयों को सरकार के समक्ष उठाया गया था जिन पर निर्णय नहीं होने के कारण रेल कर्मचारियों को ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के नेतृत्व में रेल हड़ताल को मजबूर होना पड़ा, जो 11-12 जुलाई 1960 की मध्य रात्रि का प्रारंभ हुआ. इस हड़ताल में पश्चिम रेलवे के दाहोद स्टेशन पर 5 रेल कर्मचारी पुलिस की गोलियों का शिकार होकर वीरगति को प्राप्त हुये, जिनकी स्मृति में प्रत्येक वर्ष आज के दिन इन शहीदों को याद कर मजदूर आन्दोलन के गौरवशाली इतिहास की गाथा को आम मजदूरों तक यूनियन द्वारा पहुंचाया जाता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बालासोर रेल एक्सीडेंट: रेलवे के 7 कर्मचारी निलंबित, गैर-इरादतन हत्या, सबूत मिटाने के आरोप
पश्चिम मध्य रेलवे के नवनियुक्त पीसीसीएम द्वारा जबलपुर रेलवे स्टेशन का सघन निरीक्षण, दिये यह निर्देश