जबलपुर. जबलपुर स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन (भोपाल) के बीच चलने वाली देश की ख्यातिलब्ध तथा उच्च तकनीकी की ट्रेन वंदे भारत की लोकप्रियता जबलपुर में सहित पूरे महाकौशल में निरंतर बढ़ती जा रही है. हाल ही में 28 जून से प्रारंभ हुई यह वंदे भारत ट्रेन अपनी सुंदरता, खूबियों तथा समय पर परिचालन के कारण अब यात्रियों की पसंद बनती जा रही है और इससे ट्रेन में निरंतर यात्रियों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि वंदे भारत ट्रेन के एसी चेयर कार में 478 तथा एग्जिट क्लास में 52 सीटों का प्रावधान वीडियो द्वारा किया गया है इस तरह 530 सीटों की इस गाड़ी में प्रतिदिन लगभग 200 यात्रियों का आंकड़ा आ गया है और जल्द ही इस में और वृद्धि होने की संभावना है.
इस संबंध में सीनियर डीसीएम श्री विश्व रंजन ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन के स्वदेशी निर्मित हाई स्पीड सेल्फ प्रोपेल्ड ट्रेन होने के कारण लोग इस ट्रेन में यात्रा करने के लिए आकर्षित हो रहे हैं. श्री रंजन ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन की 160 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलने की क्षमता है, इसके साथ ही टच फ्री स्लाइडिंग डोर तथा सभी कोचों में फायर डिटेंशन एवं संप्रेषण सिस्टम तथा इमरजेंसी अलार्म बटन और इमरजेंसी टॉकबैक यूनिट है जिसके द्वारा यात्री आपातकाल में सीधे चालक दल से बात कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि कोचों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरा से यात्रियों तथा उनके सामान की सुरक्षा विशेष महत्व की है इसके अतिरिक्त ट्रेन की सुरक्षा के लिए इसे कवच ( ट्रेन कोलिजन एवॉइडेंस सिस्टम) से लैस किया गया है जिसके तहत एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों के आमने सामने आ जाने पर भी होने वाली किसी टक्कर को रोका जाए जा सकता है. अनेक खूबियों से सुसज्जित तथा आकर्षक और समय पर चलने वाली यह ट्रेन जबलपुर से प्रदेश की राजधानी तक मात्र सिर्फ 4 घंटे में पहुंचने वाली पहली ट्रेन है. जबलपुर स्टेशन पर इस ट्रेन का क्रेज इससे स्पष्ट होता है कि इस में बैठने और सफर करने का मन रखने वाले लोग मंडला, दमोह, पाटन, बरगी, सिहोरा, कटनी आदि शहरों से जबलपुर आ रहे हैं और इस ट्रेन में बैठकर सफर का लुत्फ उठा रहे हैं.
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