प्रदीप द्विवेदी. जब से मणिपुर की शर्मनाक घटना सामने आई है, गोदी मीडिया पूरी ताकत से पीएम नरेंद्र मोदी को बचाने में लग गया है, इसके लिए पहला चरण यह है कि- सारी जिम्मेदारी मणिपुर के सीएम पर डाल दी जाए, दूसरा चरण यह है कि- राजस्थान जैसे राज्यों की भी चर्चा की जाए, ताकि मणिपुर की शर्मनाक घटना का सामान्यकरण हो सके, तीसरा चरण यह है कि- जहां तक हो सके सीएम को इस्तीफे से बचाया जाए, क्योंकि..... मणिपुर के सीएम, पीएम नरेंद्र मोदी की ढाल हैं, ढाल को तोड़ने में ही इतना वक्त लग जाए कि विपक्ष थक जाए और मोदीजी बच जाएं?
इसमें गोदी मीडिया काफी हद तक सफल भी हुआ है, पूरा विपक्ष मणिपुर पर चर्चा और सीएम को बर्खास्त करने में उलझ गया है, जबकि चर्चा करके क्या होगा, अब तो एक्शन का समय है, इसके लिए एकमात्र जिम्मेदार पीएम नरेंद्र मोदी को हटाने पर फोकस होना चाहिए?
विपक्ष को ठीक से समझना चाहिए कि यह बीजेपी अटल-आडवाणी की बीजेपी नहीं है, जब सिद्धांत पहले, सत्ता बाद में होती थी, यह मोदी-शाह की तानाशाह बीजेपी है, जिसमें सिद्धांत और नैतिकता कहीं नहीं हैं, सत्ता और केवल सत्ता है!
अटल-आडवाणी बीजेपी के ज्यादातर प्रमुख नेता किनारे कर दिए गए हैं, नितिन गडकरी जैसे एक-दो नेता ही बचें हैं, लिहाजा.... विपक्ष को पीएम नरेंद्र मोदी को हटाने और नितिन गडकरी जैसे नेता को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाने पर फोकस करना होगा, तभी मोदी-शाह के नियंत्रण से देश की सत्ता और प्रजातंत्र की मुक्ति होगी?
इन नौ वर्षों में ऐसे अनेक अवसर आए है, जब नितिन गडकरी ने सही और स्पष्ट विचार रखे हैं, ताजा.... केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि- वोटर बहुत होशियार होता है, वो खाता सबका है, लेकिन वोट उसी को देता है, जिसे उसे देना होता है.
खबरें हैं कि.... अपने अनुभव साझा करते हुए नितिन गडकरी ने बताया कि- उन्होंने एक बार लोगों के बीच एक-एक किलो मटन बांटा था, फिर भी चुनाव हार गए थे, क्योंकि आज का वोटर बहुत जागरूक है.
वे रविवार शाम महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद के कार्यक्रम में चुनाव के मद्देनजर चर्चा कर रहे थे, उन्होंने कहा कि चुनाव प्रलोभन से नहीं, बल्कि लोगों के दिलों में विश्वास और प्यार पैदा करके जीते जाते हैं, चुनाव के दौरान प्रचार के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जाते हैं, कई लोग वोटर को पैसा खिलाते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि- इलेक्शन केवल लोगों के बीच विश्वास पैदा करके जीते जाते हैं!
सियासी सयानों का मानना है कि मोदी-शाह को ठीक से समझ में आ गया है कि- कैसे भी सत्ता पर कब्जा जमा लो, फिर चाहे कोई भी चिल्लाता रहे, कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, 2014 में अच्छे दिनों की ठगी करके सत्ता पर कब्जा जमाया, 2019 में एक मौका और दो की ठगी की और 2024 में भी ठगी की फायर प्रूफ काठ की हांडी तैयार करने की कोशिशें जारी हैं?
देखना दिलचस्प होगा कि- गोदी मीडिया अपने काम में कितना कामयाब होता है?#नितिन_गड़करी_को_कार्यवाहक_प्रधानमंत्री_बनाओ लानत है आप पर मोदी जी, दुर्भाग्य है आप इस देश के प्रधानमंत्री हैं!
https://www.palpalindia.com/2023/07/22/-Manipur-women-twirl-nude-Nitin-Gadkari-Caretaker-Prime-Minister-misfortune-news-in-hindi.html
#नितिन_गड़करी_को_कार्यवाहक_प्रधानमंत्री_बनाओ देश पीएम नरेंद्र मोदी की पीड़ा का क्या अचार डालेगा?
#नितिन_गड़करी_को_कार्यवाहक_प्रधानमंत्री_बनाओ देश पीएम नरेंद्र मोदी की पीड़ा का क्या अचार डालेगा?
मणिपुर: महिलाओं से दरिंदगी करने वालों का सिर काटने पर मिलेंगे पांच लाख
मणिपुर मामले को लेकर संसद के दोनों सदन में घमासान
मई से अब तक एक्शन हो जाना चाहिए था, मणिपुर वीडियो पर सुको ने लगाई केंद्र और राज्य सरकार को फटकार