पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित सेंट्रल जेल में आज परम्परागत रुप से रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया है. जेल में बंदियों ने अपनी बहनों से राखी बंधवाते ही कसम खाई कि वे अब अपराध की दुनिया को छोड़ देगें. जेल में अपने भाईयों से मिलने के लिए आई बहनों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई थी. सुबह से ही बहनें मिठाई व राखी लेकर लाइन लगाकर अपने भाईयों को राखी बांधने इंतजार करते देखी गई.
रक्षाबंधन के पर्व पर जेल प्रबंधन द्वारा दो गेट खोल दिए गए, मुख्यद्वार के अलावा खुली जेल में बहनों ने अपने भाईयों को राखी बांधी, सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया था. जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर द्वारा स्वयं व्यवस्थाओं की निगरानी करते रहे. करीब एक हजार से ज्यादा बहनें आज जेल पहुंची और अपने भाईयों को राखी बांधकर रक्षा का वचन लिया, वहीं भाईयों ने भी अपनी बहनों से कहा कि वे आज कसम खाते है कि इस अपराध की दुनियों को छोड़ देगें. गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के चलते दो वर्ष जेल में राखी का त्यौहार नहीं मनाया जा सका, जिसके चलते पूरे उत्साह के साथ राखी का त्यौहार मनाने जेल में विशेष इंतजाम किए गए थे. ताकि बहनें अपने भाईयों को राखी सके, उनके साथ कुछ पल बिता सके.
आज सुबह से जेल में जो भी महिलाएं अंदर आई उनके नाम व पते नोट किए गए. यहां तक कि जेल में एक ऐसा मंजर भी देखने को मिला जब एक मां अपने बेटे को सिर्फ इसलिए राखी बांधने आई कि बेटी किसी कारणवश नहीं आ सकी तो उसने मां को भेज दिया. महिला ने बताया कि हत्या के आरोप में उनका बेटा 10 साल से जेल में बंद है. हर वर्ष उनकी बेटी आती थी. बेटी ने मां को राखी देते हुए कहा कि भाई को हमारी ओर से राखी बांध दे, त्यौहार सूना नहीं हो चाहिए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-वाराणसी में एनआई कार्य के चलते जबलपुर मंडल से गुजरने वाली आधा दर्जन ट्रेन डायवर्ट रूट से चलेंगी
फिर एक नक्सली गिरफ्तार, जबलपुर से मंडला जाते वक्त कालपी में ATS ने पकड़ा..!
Rail News : जबलपुर स्टेशन के पास रेल इंजिन पटरी से उतरा, 3 घंटे बाद पटरी पर चढ़ाया, जांच शुरू