नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में युवाओं द्वारा किया जा रहा पेटेंट एप्लिकेशन बहुत ही बड़ा पॉजिटिव संकेत है. यह वृद्धि हमारे युवाओं के बढ़ते इनोवेशन को दर्शाने वाला है. पिछले 9 सालों के मोदी कार्यकाल के दौरान कौशल विकास के लिए कई काम किए गए हैं, जिसकी वजह से पेटेंट आवेदनों की संख्या में सकारात्मक बढ़ोतरी देखी जा रही है. इससे आशा की किरण भी जगी है कि आने वाले दिनों में भारत इनोवेशंस का केंद्र बनने वाला है.
भारत में हुई है तेज प्रगति
सरकार द्वारा शेयर किए गए डाटा से पता चलता है कि हाल के वर्षों में भारत में पेटेंट, ट्रेडमार्क और दूसरे तरह के आईपी संबंधी इनोवेशंस की संख्या तेजी से बढ़ी है. भारत अभी चीन सहित कई देशों से पीछे है लेकिन जिस तरह से भारत में पेटेंट के आवेदन बढ़ रहे हैं, उससे बहुत ही जल्द बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. विश्व बौद्धिक संपदा (ङ्खढ्ढक्कह्र) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में चीन ने सबसे ज्यादा पेटेंट कराए और इसके बाद अमेरिका का नंबर है. भारत पेटेंट के मामले में विश्व स्तर पर 10वें और ट्रेडमार्क के मामले में 8वें नंबर पर है.
9 वर्षों में पेटेंट आवेदन में चार गुना से ज्यादा वृद्धि
पेटेंट अधिनियम 1970 और पेटेंट नियम 2023 भारत में पेटेंट को कंट्रोल करने वाली इकाइयां हैं. हाल में किए गए नियम बदलाव की वजह से भी यह तेजी देखी जा रही है क्योंकि इससे पेटेंट आवेदन की प्रक्रिया, समीक्षा और निपटान में तेजी के साथ पारदर्शिता भी आई है. आंकड़े बताते हैं कि 2014-15 में जांचे गए पेटेंट की संख्या करीब 23 हजार रही लेकिन 2019-20 में यह बढ़कर 80 हजार को भी पार कर गई. इस आंकड़े में लगातार वृद्धि देखी जा रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली का दम घोंट रहा वायु प्रदूषण: एनसीआर में ग्रेटर नोएडा सबसे प्रदूषित शहर
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