पलपल संवाददाता, भोपाल. एमपी की मुख्य सचिव का चार्ज आज वीरा राणा ने सम्हाल लिया. वहीं 6-6 माह की सेवावृद्धि मिलने के बाद इकबालसिंह बैस का कार्यकाल पूरा हो गया. आज कैबिनेट की बैठक में उन्हे विदाई दी इै, इस मौके पर पूर्व सीएस श्री बैस ने कहा कि यह एक पड़ाव है कोई अंत नहीं. काम तो करते ही रहेगें सक्रियता बनी रहेगी. आनंद विभाग को उन्होने अपनी प्रमुख उपलब्धि बताया है.
इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने लिए जिए तो क्या जिए, देश-समाज के लिए जीना ही जीना है. इकबालसिंह बैंस ने ये यही कर दिखाया है. उन्होंने अच्छा काम किया. जो भी काम उन्हें सौंपे गएए उन्होंने बिना किसी तनाव व दबाव के पूरे किए. कोविड के दौरान भी उन्होंने बेहतर काम कर दिखाया. सीएम राइज स्कूल, सिटीजन चार्टर व आनंद विभाग उनकी बेहतर उपलब्धियां रहीं. मुख्यमंत्री शिवराज के चौथे कार्यकाल की यह आखिरी कैबिनेट बैठक थी. वल्लभ भवन में बुलाई गई बैठक में सभी मंत्रियों के साथ सीनियर अधिकारियों को भी बुलाया गया था. कैबिनेट का कोई एजेंडा नहीं था. बैठक को लेकर कांग्रेस ने पहले ही आपत्ति जताई थी. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा था बिना एजेंडा बैठक बुलाने का कोई औचित्य नहीं है. यह भाजपा की मतगणना को प्रभावित करने की कोशिश है. अधिकारियों-कर्मचारियों पर दबाव डाला जा रहा है. नई मुख्य सचिव वीरा राणा प्रदेश की दूसरी महिला सीएस है, उनकी नियुक्ति का आदेश बीती रात 8.30 बजे जारी हुआ जबकि सुबह ही वे मुख्यमंत्री से मिली थीं. राणा मार्च 2024 में रिटायर होने वाली हैं. यह निर्णय इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना में शिवराज सरकार का भविष्य तय होगा. एमपी की पहली महिला सीएस निर्मला बुच थीं. उनका कार्यकाल सितंबर 1991 से जनवरी 1993 तक था. वहीं इस बात को लेकर भी चर्चाओं का दौर चल रहा है कि सरकार ने आदेश में वीरा राणा को मुख्य सचिव पद का प्रभार अतिरिक्त रूप से देने की बात लिखी है. साफ है कि नई सरकार में उनके रहने या नहीं रहने पर अभी से ही असमंजस की स्थिति है. नई सरकार चाहे तो उन्हें रख सकती है या नया मुख्य सचिव बनाकर प्रभार वाली व्यवस्था को खत्म भी कर सकती है.
शिवराज सिंह की पहली पसंद रहे इकबालसिंह बैंस-
शिवराजसिंह चौहान ने जब पहली बार सीएम की कुर्सी सम्हाली तभी से इकबालसिंह बैस उनके खास अधिकारियों में शामिल रहे. 2020 में सत्ता में दोबारा काबिज हुए तो उन्होने 24 घंटे के अंदर ही कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्य सचिव गोपाल रेड्डी को हटाकर इकबालसिंह बैंस को मुख्य सचिव बना दिया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-MPPSC Exam: एमपी पीसीएस 2022 मेन्स एग्जाम की डेट 10 दिन आगे बढ़ाई
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