* प्रदीप द्विवेदी
पल-पल इंडिया ने 8 नवंबर 2023 को ही बीजेपी के अंदर की राजनीति को साफ करते हुए बताया था कि- शिवराज सिंह चौहान की राह में सियासी कांटे काहे बिछाए जा रहे हैं?
इसमें बताया गया था कि- मोदी टीम के समक्ष 2024 के पीएम फेस के लिए तीन बड़ी चुनौतियां हैं- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ!
शिवराज सिंह चौहान लंबे समय से मुख्यमंत्री हैं और संघ के प्रिय मुख्यमंत्री हैं, इतना ही नहीं, सबसे बड़ी बात उम्र की है, राजनाथ सिंह जैसे नेता तो सत्ता से सेवानिवृत्ति की उम्र के करीब हैं, लिहाजा उनकी ओर से कोई सियासी खतरा नहीं है, जबकि.... केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, ये तीनों अभी 70 के करीब भी नहीं पहुंचे हैं, जाहिर है.... ये तीनों पीएम फेस के लिए सबसे तगड़े दावेदार हैं, क्योंकि नरेंद्र मोदी तो बहुत तेजी से सियासी सेवानिवृत्ति की उम्र 75 साल के करीब पहुंच रहे हैं?
सीटों के नजरिए से देखें तो योगी आदित्यनाथ के राज्य यूपी में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं, फिर नितिन गडकरी के महाराष्ट्र में ज्यादा सीटें हैं, फिर शिवराज सिंह के मध्यप्रदेश में हैं, गुजरात में इन तीनों राज्यों से कम लोकसभा सीटें हैं!
सियासी सयानों का मानना है कि यदि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सियासी ताकत इसी तरह बढ़ती रही, तो.... पीएम नरेंद्र मोदी की विदाई के बाद अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाना आसान नहीं रहेगा, यही वजह है कि- शिवराज सिंह चौहान की राह में लगातार सियासी कांटे बिछाए जा रहे हैं?
यह पहले से ही साफ था कि- शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा, यह बात अलग है कि वह शिवराज सिंह ही हैं, जिन्होंने एमपी में बीजेपी को शानदार कामयाबी दिलाई, लगभग हारी हुई बाजी जीती, लालड़ी बहनों ने जो बीजेपी को समर्थन दिया है, उसी का नतीजा है कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी को न केवल 48 प्रतिशत वोट मिले, बल्कि कांग्रेस से वह तीनों राज्यों में सबसे ज्यादा प्रतिशत वोट- 8 प्रतिशत से आगे रही?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि विभिन्न राज्यों में पहली बार एकसाथ सबसे बड़ी सफलता हासिल करनेवाले दिग्गजों में से केवल शिवराज सिंह चौहान ही ऐसे नेता हैं, जिनकी पकड़ और लोकप्रियता पीएम नरेंद्र मोदी के टक्कर की है और उम्र के लिहाज से भी वे 70 पार नहीं हैं?
इस वक्त भले ही विभिन्न गोदी सर्वे कुछ भी दिखाएं, यदि ईवीएम फेक्टर अप्रभावी रहा, तो 2024 में बीजेपी के लिए 200 सीट का आंकड़ा पार करना भी मुश्किल होगा, यदि शिवराज सिंह चौहान जैसा कोई असरदार पीएम फेस सामने नहीे आया?
हालांकि, शिवराज सिंह का पीएम फेस बनना इतना आसान नहीं है, क्योंकि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व पर मोदी-शाह का एकाधिकार है, इतना ही नहीं, लोकसभा चुनाव में टिकट बांटनेवाली कमेटी से भी ज्यादातर बड़े नेता बाहर कर दिए गए हैं?
केवल संघ के पास वह सियासी ताकत है जिसके दम पर शिवराज सिंह चौहान पीएम फेस बन सकते हैं!
सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि गुजरात का गौरव- नरेंद्र मोदी, की तरह ही क्या.... मध्यप्रदेश का मान- शिवराज सिंह चौहान, जैसा समर्थन मध्यप्रदेश की जनता उन्हें देगी?
यह देखना भी दिलचस्प होगा कि- 2024 में गुजरात की सियासी चतुराई चलती है, यूपी का संख्याबल सफल रहता है, महाराष्ट्र की मजबूती असर दिखाती है या मध्यप्रदेश का मान बढ़ता है!
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शिवराज सिंह चौहान की राह में सियासी कांटे काहे बिछाए जा रहे हैं?
#मुख्यमंत्री फैसले में देरी बता रही है कि.... शिवराज, वसुंधरा और रमन सिंह का सीएम बनना मुश्किल है?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली-मुंबई तेजस राजधानी एक्सप्रेस से चोर पार कर ले गए 60 लाख की नगदी और ज्वेलरी
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