नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मन की बात कार्यक्रम में संबोधित कर रहे हैं। संबोधन के दाैरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे संविधान की मूल प्रति के तीसरे अध्याय में भारत के नागरिकों के मूलभूत अधिकारों का वर्णन किया गया है। ये बहुत दिलचस्प है कि तीसरे अध्याय के प्रारंभ में हमारे संविधान निर्माताओं ने भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के चित्रों को स्थान दिया था।
प्रभु राम का शासन, हमारे संविधान निर्माताओं के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत था और इसलिए 22 जनवरी को अयोध्या में मैंने देव से देश की बात की थी, राम से राष्ट्र की बात की थी। साथियो, अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर ने देश के करोड़ों लोगों को मानो एक सूत्र में बांध दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि 22 जनवरी की शाम को पूरे देश ने रामज्योति जलाई, दिवाली मनाई, मैंने देश के लोगों से आग्रह किया था कि मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक स्वच्छता का अभियान चलाया जाए। मुझे अच्छा लगा कि लोग इससे जुड़े. लोगों ने मुझे फोटोज भी भेजीं. उन्होंने कहा कि मंदिरों को साफ करने की भावना रुकनी नहीं चाहिए, ये अभियान रुकना नहीं चाहिए। सामूहिकता की यही शक्ति, हमारे देश को सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षा पर चर्चा के लिए इस बार दो करोड़ से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज खेलों की दुनिया में भी भारत नित-नई ऊंचाइयों को छू रहा है. मुझे ख़ुशी है कि आज भारत में लगातार ऐसे नए मंच तैयार हो रहे हैं, जिनमें खिलाड़ियों को अपना सामर्थ्य दिखाने का मौका मिल रहा है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन मे आगे कहा फरवरी में आपसे फिर एक बार बात होगी. देश के लोगों के सामूहिक प्रयासों से, व्यक्तिगत प्रयासों से कैसे देश आगे बढ़ रहा है, इसी पर हमारा फोकस होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-#Rajasthan मतदान में तो वसुंधरा राजे सबसे आगे हैं, लेकिन.... मोदी के मन की बात क्या है?
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