अभिमनोज. बिहार का सियासी समीकरण गड़बड़ा गया है और लगता है कि राजनीतिक अस्थिरता का दौर फिर से शुरू हो सकता है?
ताजा.... नीतीश कुमार ने पाला बदल कर बिहार में एनडीए की सरकार तो बना दी है, लेकिन बहुमत किनारे पर है, लिहाजा कभी भी सियासी खेला हो सकता है?
पिछले चुनावों को देखें तो इस वक्त बिहार में चार नेता क्रमशः असरदार हैं.... तेजस्वी यादव, नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार और राहुल गांधी!
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव ने जनता के बीच अपनी पकड़ साबित की थी, बिहार में बीजेपी की ओर से केवल नरेंद्र मोदी ही एकमात्र प्रभावशाली नेता है, नीतीश कुमार की विधानसभा में सीटें भले ही लगातार कम हो रही हों, लेकिन सत्ता का संतुलन बनाने में कामयाब रहे हैं, तो भारत जोड़ो यात्रा ने राहुल गांधी को बिहार में एक नई पहचान दी है?
इसका परिणाम देखें तो लगता है कि बिहार में लोकसभा चुनाव के दौरान एनडीए के लिए 2019 की आधी सीटें भी फिर से हासिल करना मुश्किल है!
इस बार लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा फायदे में आरजेडी और कांग्रेस रहेंगी, जिनकी सीटे पिछली बार के मुकाबले बढ़ेंगी, तो बीजेपी और जेडीयू की सीटें कम होंगी?
देखना दिलचस्प होगा कि- नए सियासी समीकरण को बिहार की जनता किस तरह से लेती है?
सियासी सयानों का मानना है कि बिहार विधानसभा में बहुमत परीक्षण के बाद ही भविष्य की सियासी तस्वीर साफ होगी!
#BiharPoliticalCrisis कब तक सत्ता का संतुलन कायम रख पाएंगे नीतीश कुमार?
https://www.palpalindia.com/2024/02/02/Bihar-Chief-Minister-Nitish-Kumar-till-when-will-balance-of-power-maintained-Cabinet-MLAs-Tejashwi-Yadav-news-in-hindi.html
#Elections2024 इंडिया गठबंधन बिखर रहा है, लेकिन.... कांग्रेस को तो फायदा हो रहा है?
https://www.palpalindia.com/2024/02/08/delhi-India-alliance-weak-Congress-benefits-Mamata-Banerjee-RJD-Arvind-Kejriwal-news-in-hindi.html
कांग्रेस को बिहार में सता रहा टूट का डर, फ्लोर टेस्ट से पहले हैदराबाद भेजे अपने सभी विधायक
बिहार : मंत्रिमंडल में विभागों का हुआ बंटवारा, गृह मंत्रालय सीएम नीतीश के पास
मुंबई के बिहारी उद्यमियों के बिखरते सपने को सहेज पाएंगे नीतीश कुमार
बिहार में राहुल गांधी ने सिर पर गमछा बांधकर किसानों से की बात, ढाबे पर रूके, ली चाय की चुस्की