मार्च 2024 माह में कौन-कौन से व्रत और त्योहार कब-कब मनाए जाएंगे

मार्च 2024 माह में कौन-कौन से व्रत और त्योहार कब-कब मनाए जाएंगे

प्रेषित समय :21:33:22 PM / Fri, Feb 23rd, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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हिंदू धर्म में हर महीने अनेक व्रत एवं त्योहारों को मनाया जाता है और इसी क्रम में मार्च 2024 भी व्रत और त्योहारों से भरा रहेगा. इस माह होली, महाशिवरात्रि जैसे कई महत्वपूर्ण पर्वों को धूमधाम से मनाया जाएगा. चलिए जानते हैं ये व्रत और त्योहार कब-कब मनाए जाएंगे.

तिथि दिन पर्व
06 मार्च 2024 बुधवार विजया एकादशी
08 मार्च 2024 शुक्रवार महाशिवरात्रि, प्रदोष व्रत (कृष्ण), मासिक शिवरात्रि
10 मार्च 2024 रविवार फाल्गुन अमावस्या
14 मार्च 2024 गुरुवार मीन संक्रांति
20 मार्च 2024 बुधवार आमलकी एकादशी
22 मार्च 2024 शुक्रवार प्रदोष व्रत (शुक्ल)
24 मार्च 2024 रविवार होलिका दहन
25 मार्च 2024 सोमवार होली, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत
28 मार्च 2024 गुरुवार संकष्टी चतुर्थी
मार्च 2024 में पड़ने वाले महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार
विजया एकादशी (06 मार्च 2024, बुधवार) : विजया एकादशी का विशेष धार्मिक महत्व है. यह एकादशी फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की तिथि को आती है. स्कंद पुराण के मुताबिक स्वयं भगवान श्री राम ने लंका पर विजय प्राप्त करने के लिए इसी एकादशी का व्रत किया था. माना जाता है कि विजया एकादशी का व्रत रखने और विधि-विधान से इस दिन पूजा करने से व्यक्ति को अपने शत्रुओं और विरोधियों पर विजय प्राप्त होती है. साथ ही, मुश्किल से मुश्लिक परिस्थितियों को भी व्यक्ति आसानी से पार करने में सक्षम होता है.

महाशिवरात्रि (08 मार्च 2024, शुक्रवार) : महाशिवरात्रि का पावन पर्व फाल्गुन मास के कृष्ण चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. मान्यता है कि फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था इसलिए इस माह की महाशिवरात्रि बहुत धूमधाम से मनाई जाती है. इस दिन भगवान भोलेनाथ के भक्त व्रत रखकर विधि विधान से उनका पूजन करते हैं. इस दिन भगवान शिव की पूजा बेलपत्र आदि चढ़ाकर करनी चाहिए.

प्रदोष व्रत (कृष्ण) (08 मार्च 2024, शुक्रवार) : भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत विशेष माना गया है. हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत होता है. धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन विधि पूर्वक पूजा-व्रत करने से साधक को आरोग्य जीवन प्राप्त होता है. साथ ही, महादेव की कृपा सदैव बनी रहती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रदोष व्रत की पूजा के दौरान भगवान शिव के विशेष मंत्रों का जाप करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.

मासिक शिवरात्रि (08 मार्च 2024, शुक्रवार) : हर महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. साल में कुल 12 मासिक शिवरात्रि का व्रत पड़ता है. मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत, पूजन के साथ ही शिव जी का अभिषेक करना बहुत ही शुभ रहता है. धार्मिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से शिवजी की कृपा प्राप्त होती है. इसके अलावा, भगवान भोलेनाथ की कृपा से कठिन से कठिन कार्यों को भी पूरा किया जा सकता है. मासिक शिवरात्रि भोलेनाथ और माता पार्वती को समर्पित है इसलिए इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ माता पार्वती की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है.

फाल्गुन अमावस्या (10 मार्च 2024, रविवार) : फाल्गुन अमावस्या फाल्गुन मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है. इस दिन गंगा नदी और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत अधिक महत्व होता है. इसके अलावा, इस दिन तर्पण और दान का भी महत्व है. जो लोग इस दिन व्रत रखना चाहते हैं वे व्रत भी रख सकते हैं. ऐसा करने से व्यक्ति के अच्छे कर्म में वृद्धि होगी जिससे जीवन में शुभता में बढ़ोतरी होगी. फाल्गुन अमावस्या के दिन भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा भी करनी चाहिए.

आमलकी एकादशी (20 मार्च 2024, बुधवार) : आमलकी एकादशी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है क्योंकि माना जाता है कि इस वृक्ष में देवी-देवताओं का वास होता है. मान्यता है कि जो भक्त आंवले के पेड़ की पूजा करके इस व्रत को रखता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस एकादशी को आमलक्य एकादशी, आंवला एकादशी या रंगभरी एकादशी के नाम से भी कहा जाता है. 

होलिका दहन (24 मार्च 2024, रविवार) : होली के त्योहार के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है. सनातन धर्म में होलिका दहन का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ किया जाता है. इस पर्व को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है. इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है और इसी चलते हर साल होलिका दहन किया जाता है. 

होली (25 मार्च 2024, सोमवार) : हिंदू धर्म में होली के त्योहार का विशेष महत्व है और यह मुख्य रूप से रंगों का त्योहार है. इस त्योहार को बसंत ऋतु के आगमन का स्वागत करने के लिए भी मनाते हैं. यह पर्व भारत समेत विश्व के कई देशों में मनाया जाता है. इस दिन लोग एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाते हैं.

फाल्गुन पूर्णिमा व्रत (25 मार्च 2024, सोमवार) : सनातन धर्म के अनुसार, फाल्गुन माह में आने वाली पूर्णिमा तिथि को फाल्गुन पूर्णिमा कहते हैं. इस दिन भगवान विष्णु, चंद्रदेव के साथ-साथ माता लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है. साथ ही, इस सत्यनारायण की कथा का पाठ करने से भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है. इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है और पवित्र नदियों में स्नान भी किया जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार फाल्गुन पूर्णिमा का व्रत रखने से मनुष्य के दुखों का नाश होता है और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

संकष्टी चतुर्थी (28 मार्च 2024, गुरुवार) : ज्योतिष शास्त्र में चतुर्थी का दिन बेहद शुभ और खास माना जाता है क्योंकि यह भगवान गणेश को समर्पित है. चतुर्थी महीने में दो बार आती हैं. इस दिन जो भक्त भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना सच्ची श्रद्धा के साथ करते हैं उनका जीवन खुशियों से भरा रहता है और उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है. साथ ही, उन्हें अपने कार्यों में सफलता मिलती है. सनातन धर्म में देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए कई सारे व्रत व उपवास आदि किए जाते हैं लेकिन भगवान गणेश के लिए किए जाने वाला संकष्टी चतुर्थी व्रत सबसे प्रसिद्ध है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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