पलपल संवाददाता, जबलपुर. आज महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू की अध्यक्षता में पहली एमआईसी की बैठक आयोजित की गई. जिसमें संस्कारधानी के नागरिकों की सुविधाओं के लिए बड़े ही ऐतिहासिक फैसले लिए गए है. बैठक में निर्णय लिया गया है कि नर्मदा के तट पर बसे जबलपुर जाबालिऋषि की तपो भूमि को अब जबलपुर को जाबालिपुरम के नाम से जाना जाएगा.
बैठक में महापौर श्री अन्नू ने कहा कि जबलपुर का कोई अर्थ नहीं है. यह भूमि मॉं नर्मदा के तट पर जाबालिऋ षि की तपोभूमि है. इसलिए जबलपुर का नाम जाबालिपुरम के नाम से जाना जाए. इसके लिए उन्होंने तत्कालीन महापौर श्रीमती सुशीला सिंह के कार्यकाल में पार्षद रहते हुए लिखित रूप से प्रस्ताव दिया था. जिस प्रस्ताव पर तत्कालीन एमआईसी ने स्वीकृति प्रदान की थी. अब उसी को आधार मानकर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू पूज्य संतो की अगुवाई एवं जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में भोपाल जाकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगें और अनुरोध करेगें कि जबलपुर शहर का नाम जाबालिऋ षि मुनि के नाम से जाबालिपुरम घोषित किया जाए.
2024-25 के लिए तैयार बजट पारित-
एमआईसी की पहली बैठक में आज महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 पुनरिक्षित एवं वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए तैयार ऐतिहासिक बजट एमआइसी से पारित किया गया. इस मौके पर महापौर ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष का बजट शहर के नागरिकों को लिए ऐतिहासिक बजट है क्योंकि बजट में शहर के विकास को पंख देने तथा महानगर का स्वरूप प्रदान करने की सोच को प्रदर्शित किया गया है.
बहुप्रतिक्षित नैरोगेज मामले का होगा निराकरण-
रेल्वे अधिकारियों से बहुप्रतिक्षित नैरोगेज मामले के संबंध में पत्राचार करेगें और मंत्री राकेश सिंह के नेतृत्व में केन्द्रीय रेल मंत्री से चर्चा कर शहर के नागरिकों को एक बड़ी सौगात देने के संबंध में निर्णय लेगें जिसमें डुमना के पास 106 एकड़ भूमि रेल्वे को देकर नैरोगेज की भूमि पर शानदार और सुव्यवस्थित सड़क का निर्माण करेगें. जिससे कि शहर के नागरिकों को सुगम यातायात की सौगात मिल सकेगी.
ग्रीष्म ऋतु में नहीं होगा जल-संकट-
बैठक में यह भी घोषणा की गई कि ग्रीष्म ऋ तु में शहर के नागरिकों को जल संकट का सामना नहीं करने देगें. इसके लिए उनके द्वारा बड़े पैमाने पर तैयारियॉं की गई हैं. जिसके परिणाम स्वरूप शहर के नागरिकों को ग्रीष्म ऋ तु में भी सामान्य रूप से भरपूर जलापूर्ति की जायेगी. उन्होंने इस संबंध में जल विभाग के अधिकारियों को भी अलग से निर्देश प्रदान किये हैं.
डेढ साल के अंदर घर-.घर पहुॅंचेगा नर्मदा जल
अमृत फेस-2 के अंतर्गत डेढ साल के अंदर शहर के प्रत्येक घरों में नर्मदा जल पहुॅंचेगा. महापौर ने इसके लिए अमृत फेस-2 के नोडल अधिकारी को निर्देशित किया कि इसकी तेजगति से तैयारी करें. अमृत योजना के अंतर्गत शहर के नागरिकों को पावन नर्मदा जल पहुॅचाने की दिशा में जमीनी स्तर पर काम को व्यापक स्वरूप प्रदान करें.
एमआईसी सदस्यों को भव्य स्वागत किया गया-
मेयर इन काउंसिल की महात्वपूर्ण बैठक के बाद महापौर कार्यालय के सामने संस्कारधानी के सैंकड़ो माताएॅं बहने एवं भाईयों द्वारा महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू एवं नवनियुक्त एमआइसी सदस्य डा सुभाष तिवारी, दामोदर सोनी, विवेकराम सोनकर, श्रीमती अंशुल राघवेन्द्र यादव एवं श्रीमती रजनी कैलाश साहू का ढोल नगाड़े, फूल माला और कार्यालय के बाहर सतरंगी आतिशबाजी से गरमजोशी से स्वागत किया गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर रेल मंडल में संरक्षा नियमों का खुला उल्लंघन, मजदूरों की जान दांव पर लगाकर बदला जा रहा स्लीपर
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