कुंडली में मंगल पीड़ित हो तो जातक को कई तरह की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है. कुंडली में मंगल कमजोर हो तो यह जातक को कई तरह की परेशानियां पहुंचाता है. इसके प्रभाव से व्यक्ति को किसी दुर्घटना का भी शिकार हो सकता है. पारिवारिक जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. शत्रुओं से पराजय, जमीन विवाद, कर्ज जैसी दिक्कतें भी जातक के सामने आती हैं. मंगल दोष हो तो विवाह भी आसानी से नहीं होता है.
गृहस्त जीवन और संतान में बाधा आती है:-
मंगल दोष के कारण गृहस्त जीवन और संतान पैदा करने में दिक्कत आती है. कई बार संतान होती नहीं यदि हो भी जाती है तो, जीवित नहीं रहती, अशुभ भाव में बैठा मंगल धनहीन योग पैदा करता है. जातक को पैसे पैसे के लिए तरसा देता है. जातक को क्रोध बहुत आता है, क्रोध से संबंधित रोग होने की संभावना रहती है. जैसे हाई ब्लड प्रेशर बवासीर ब्लड कैंसर जैसे रोग हो जाते हैं, पति-पत्नी में संबंध सही नहीं रहते, मंगल अगर बहुत अधिक अशुभ हो तो, दोनों में से एक रह जाता है. या तलाक हो जाता है या दोनों एक दूसरे से दूर हो जाते हैं. आदि समस्याएं पैदा होती हैं.
कुंडली में कैसे बनता है मांगलिक दोष:-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी जातक का मांगलिक दोष उसकी कुंडली में मंगल की स्थिति पर निर्भर करता है. अगर कुंडली में मंगल ग्रह प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में बैठा हो तो, यह स्थिति मांगलिक दोष बनाती है. मांगलिक दोष दांपत्य जीवन को प्रभावित करता है. इसकी वजह से के विवाह में देरी और कई तरह की रुकावटें भी आती हैं.
मंगल दोष से क्या हानि होती है ?
कुंडली के द्वादश भाव में मंगल दोष होने से वैवाहिक जीवन के साथ ही शारीरिक क्षमताओं में कमी, क्षीण आयु, रोग द्वेष और कलह-क्लेश को जन्म देता है. मंगल दोष होने से व्यक्ति का स्वभाव गुस्सैल, क्रोधिक और अहंकारी हो जाता है. ससुराल पक्ष से रिश्ते खराब होने या बिगड़ने की वजह भी मंगल दोष होता है.
मांगलिक होने के भी होते हैं के फायदे:--
मांगलिक होना ज्यादातर लोगों को लगता है कि मांगलिक होना एक तरीके का दोष होता है.
मांगलिक होने के फायदे मंगल ग्रह के प्रभाव में आने के कई फायदे भी होते हैं.
मांगलिक लोगों का स्वभाव,
भूमि खरीदने में सफलता,
धन लाभ के योग,
साझेदारी के काम में सफलता,,
आकर्षक व्यक्तित्व,
साहसी और पराक्रमी.
क्या मांगलिक किसी से शादी कर सकता है ?
मांगलिक व्यक्ति को गैर मांगलिक व्यक्ति से विवाह नहीं करना चाहिए . अन्यथा यह दोष दांपत्य जीवन में तनाव का कारण बन सकता है. उनमें से दो लोगों के बीच नियमित झगड़े हो सकते हैं जिससे अक्सर मानसिक शांति की हानि होती है और उनका रिश्ता नष्ट हो जाता है.
मंगल दोष दूर करने के उपाय:-
मंगल पीड़ित हो तो व्यक्ति का स्वभाव क्रधित हो जाता है. जातक को जीवन में कई तरह के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है. इसके प्रभाव को कम करने के लिए जातक को मंगल दोष के उपाय करने चाहिए. इसके लिए मंगलवार के दिन व्रत करें और हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें. इसके अलावा मंगल से मंत्रों का जाप करना भी आपके लिए लाभकारी होगा.
मंगल का वैदिक मंत्र:-
ॐ अग्निमूर्धा दिव: ककुत्पति: पृथिव्या अयम्.
अपां ^ रेतां ^ सि जिन्वति..
मंगल का तांत्रिक मंत्र -
ॐ अं अंङ्गारकाय नम:
मंगल का बीज मंत्र -
ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः
किसी भी प्रकार की समस्या समाधान के लिए आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया जी से सीधे संपर्क करें सम्पर्क सूत्र:- 7879372913
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जन्म कुंडली से जानें नौकरी की तैयारी कर रहे तो क्या हो पायेगा ?
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