#SheetalaSaptami आज का दिनः सोमवार, अप्रैल 2024, शीतला माता देती हैं जीवन में सुख-शांति!

#SheetalaSaptami आज का दिनः सोमवार, अप्रैल 2024, शीतला माता देती हैं जीवन में सुख-शांति!

प्रेषित समय :20:47:40 PM / Sun, Mar 31st, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8302755688)
* शीतला सप्तमी - सोमवार, 1 अप्रैल 2024
* शीतला सप्तमी पूजा मुहूर्त - 06:32 से 18:52
* सप्तमी तिथि प्रारम्भ - 31 मार्च  2024 को 21:30 बजे
* सप्तमी तिथि समाप्त - 1 अप्रैल 2024 को 21:09 बजे
* शीतला अष्टमी - मंगलवार, 2 अप्रैल 2024 को
* शीतला अष्टमी पूजा मुहूर्त - 06:31 से 18:53
* अष्टमी तिथि प्रारम्भ - 1 अप्रैल  2024 को 21:09 बजे
* अष्टमी तिथि समाप्त - 2 अप्रैल 2024 को 20:08 बजे

* शीतला माता की पूजा कुछ क्षेत्रों सप्तमी पर तो कुछ क्षेत्रों में अष्टमी पर होती है लेकिन दोनों का ही उद्देश्य जीवन में सुख-शांति की कामना है! 
* वैसे तो देश के हर क्षेत्र में शीतला माता के मंदिर हैं, लेकिन गुड़गांव का शीतला माता मंदिर विख्यात है जहां नवरात्रि के अवसर पर तो भक्तों की भारी भीड़ रहती है. 
* देश के कोने-कोन से श्रद्धालु यहां मन्नत मांगने आते हैं. शीतला माता का यह मंदिर देश भर के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है.
* यहां प्रतिवर्ष दो बार एक-एक महीने का मेला लगता है. शीतला माता मंदिर महाभारत काल से जुड़ा है. 
* तब से अब तक गुड़गांव में भारतवंशियों के कुलगुरु कृपाचार्य की पत्नी गुरुमां... शीतला देवी की पूजा-अर्चना होती है. तकरीबन पांच सौ वर्षों से यह मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है. 
* ऐसा माना जाता है कि यहां पूजा-अर्चना-मानता से माता के प्रकोप से शांति मिलती है. 
* गुड़गांव का शीतला माता मंदिर मुख्य बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के पास ही है.
शीतला चालीसा
॥ दोहा ॥
जय-जय माता शीतला,तुमहिं धरै जो ध्यान.
होय विमल शीतल हृदय,विकसै बुद्धि बलज्ञान॥
॥ चौपाई ॥
जय-जय-जय शीतला भवानी.जय जग जननि सकल गुणखानी॥
गृह-गृह शक्ति तुम्हारी राजित.पूरण शरदचन्द्र समसाजित॥
विस्फोटक से जलत शरीरा.शीतल करत हरत सब पीरा॥
मातु शीतला तव शुभनामा.सबके गाढ़े आवहिं कामा॥
शोकहरी शंकरी भवानी.बाल-प्राणरक्षी सुख दानी॥
शुचि मार्जनी कलश करराजै.मस्तक तेज सूर्य समराजै॥
चौसठ योगिन संग में गावैं.वीणा ताल मृदंग बजावै॥
नृत्य नाथ भैरो दिखरावैं.सहज शेष शिव पार ना पावैं॥
धन्य-धन्य धात्री महारानी.सुरनर मुनि तब सुयश बखानी॥
ज्वाला रूप महा बलकारी.दैत्य एक विस्फोटक भारी॥
घर-घर प्रविशत कोई न रक्षत.रोग रूप धरि बालक भक्षत॥
हाहाकार मच्यो जगभारी.सक्यो न जब संकट टारी॥
तब मैया धरि अद्भुत रूपा.करमें लिये मार्जनी सूपा॥
विस्फोटकहिं पकड़ि कर लीन्ह्यो.मुसल प्रहार बहुविधि कीन्ह्यो॥
बहुत प्रकार वह विनती कीन्हा.मैया नहीं भल मैं कछु चीन्हा॥
अबनहिं मातु, काहुगृह जइहौं.जहँ अपवित्र सकल दुःख हरिहौं॥
भभकत तन, शीतल ह्वै जइहैं.विस्फोटक भयघोर नसइहैं॥
श्री शीतलहिं भजे कल्याना.वचन सत्य भाषे भगवाना॥
विस्फोटक भय जिहि गृह भाई.भजै देवि कहँ यही उपाई॥
कलश शीतला का सजवावै.द्विज से विधिवत पाठ करावै॥
तुम्हीं शीतला, जग की माता.तुम्हीं पिता जग की सुखदाता॥
तुम्हीं जगद्धात्री सुखसेवी.नमो नमामि शीतले देवी॥
नमो सुक्खकरणी दुःखहरणी.नमो-नमो जगतारणि तरणी॥
नमो-नमो त्रैलोक्य वन्दिनी.दुखदारिद्रादिक कन्दिनी॥
श्री शीतला, शेढ़ला, महला.रुणलीह्युणनी मातु मंदला॥
हो तुम दिगम्बर तनुधारी.शोभित पंचनाम असवारी॥
रासभ, खर बैशाख सुनन्दन.गर्दभ दुर्वाकंद निकन्दन॥
सुमिरत संग शीतला माई.जाहि सकल दुख दूर पराई॥
गलका, गलगन्डादि जुहोई.ताकर मंत्र न औषधि कोई॥
एक मातु जी का आराधन.और नहिं कोई है साधन॥
निश्चय मातु शरण जो आवै.निर्भय मन इच्छित फल पावै॥
कोढ़ी, निर्मल काया धारै.अन्धा, दृग-निज दृष्टि निहारै॥
वन्ध्या नारि पुत्र को पावै.जन्म दरिद्र धनी होई जावै॥
मातु शीतला के गुण गावत.लखा मूक को छन्द बनावत॥
यामे कोई करै जनि शंका.जग मे मैया का ही डंका॥
भनत रामसुन्दर प्रभुदासा.तट प्रयाग से पूरब पासा॥
पुरी तिवारी मोर निवासा.ककरा गंगा तट दुर्वासा॥
अब विलम्ब मैं तोहि पुकारत.मातु कृपा कौ बाट निहारत॥
पड़ा क्षर तव आस लगाई.रक्षा करहु शीतला माई॥
॥ दोहा ॥
घट-घट वासी शीतला,शीतल प्रभा तुम्हार.
शीतल छइयां में झुलई,मइया पलना डार॥
॥ श्री शीतला माता की आरती ॥
जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता.
आदि ज्योति महारानीसब फल की दाता॥
ॐ जय शीतला माता....
रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता.
ऋद्धि-सिद्धि चँवर डोलावें,जगमग छवि छाता॥
ॐ जय शीतला माता....
विष्णु सेवत ठाढ़े,सेवें शिव धाता.
वेद पुराण वरणतपार नहीं पाता॥
ॐ जय शीतला माता....
इन्द्र मृदङ्ग बजावतचन्द्र वीणा हाथा.
सूरज ताल बजावैनारद मुनि गाता॥
ॐ जय शीतला माता....
घण्टा शङ्ख शहनाईबाजै मन भाता.
करै भक्त जन आरतीलखि लखि हर्षाता॥
ॐ जय शीतला माता....
ब्रह्म रूप वरदानीतुही तीन काल ज्ञाता.
भक्तन को सुख देतीमातु पिता भ्राता॥
ॐ जय शीतला माता....
जो जन ध्यान लगावेप्रेम शक्ति पाता.
सकल मनोरथ पावेभवनिधि तर जाता॥
ॐ जय शीतला माता....
रोगों से जो पीड़ित कोईशरण तेरी आता.
कोढ़ी पावे निर्मल कायाअन्ध नेत्र पाता॥
ॐ जय शीतला माता....
बांझ पुत्र को पावेदारिद्र कट जाता.
ताको भजै जो नाहींसिर धुनि पछताता॥
ॐ जय शीतला माता....
शीतल करती जन कीतू ही है जग त्राता.
उत्पत्ति बाला बिनाशनतू सब की माता॥
ॐ जय शीतला माता....
दास नारायणकर जोरी माता.
भक्ति आपनी दीजैऔर न कुछ माता॥
ॐ जय शीतला माता....
सिद्धिविनायक पंचांग, मुंबई 1 अप्रैल 2024
श्रीविष्णु के विविध स्वरूपों की नामावली का प्रतिदिन प्रात: स्मरण करने से कामयाबी के रास्ते खुल जाते हैं...
अच्युतं, केशवं, राम, नारायणं, कृष्ण, दामोदरं, वासुदेवं हरे.
श्रीधरं, माधवं, गोपिका वल्लभं, जानकी नायकं श्री रामचन्द्रं भजे..

* मासिक कृष्ण जन्माष्टमी - 1 अप्रैल 2024, सोमवार
* जन्माष्टमी उत्सव - 00:19 से 01:05, 2 अप्रैल 2024
* कालाष्टमी - 1 अप्रैल 2024, सोमवार
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ - 21:09, 1 अप्रैल 2024
* कृष्ण अष्टमी समाप्त - 20:08, 2 अप्रैल 2024

* तिथि सप्तमी - 21:09 तक, नक्षत्र मूल - 23:13 तक, करण विष्टि - 09:28 तक, बव - 21:12 तक, पक्ष कृष्ण, योग वरियान - 20:29 तक, वार सोमवार
* चन्द्र राशि धनु, चन्द्रोदय 25:18, चन्द्रास्त 11:18
* शक सम्वत 1945, विक्रम सम्वत 2081
* मास पूर्णिमांत चैत्र, मास अमांत फाल्गुन
* राहुकाल 08:04 से 09:38 तक
* शुभ मुहूर्त अभिजीत 12:18 से 13:07 तक

* दिशाशूल पूर्व
* ताराबल - अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
* चन्द्रबल - मिथुन, कर्क, तुला, धनु, कुम्भ, मीन
सोमवार चौघडिय़ा - 1 अप्रैल 2024
* दिन का चौघड़िया

अमृत - 06:32 से 08:05
काल - 08:05 से 09:37
शुभ - 09:37 से 11:10
रोग - 11:10 से 12:42
उद्वेग - 12:42 से 14:15
चर - 14:15 से 15:47
लाभ - 15:47 से 17:20
अमृत - 17:20 से 18:52
* रात्रि का चौघड़िया
चर - 18:52 से 20:20
रोग - 20:20 से 21:47
काल - 21:47 से 23:15
लाभ - 23:15 से 00:42
उद्वेग - 00:42 से 02:09
शुभ - 02:09 से 03:37
अमृत - 03:37 से 05:04
चर - 05:04 से 06:31
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा मुंबई का समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज का दिन सुखपूर्वक बितायेंगे. बौद्धिक प्रवृत्तियों एवं चर्चाओं में दिन उत्तम है. आज कल्पनाशक्ति का श्रेष्ठ उपयोग करेगें. संतान की तरफ से शुभ समाचार मिलने से मन प्रसन्न होगा.

वृष राशि:- आज का दिन शांतिपूर्ण रहेगा. मन चिंताग्रस्त रहेगा एवं निजी सम्बंधियों से अनबन के योग हैं, लेकिन फिर भी कोई अनिष्ट नहीं होगा. स्वास्थ्य के बारे में चिंता होगी, धनहानि एवं यशहानि हो सकती है.

मिथुन राशि:- आज नए कार्यों को प्रारंभ करेंगे तो निश्चित ही सफलता मिलेगी. मित्रों एवं स्नेहीजनों से का संयोग है. कार्य में सफलता एवं प्रतिस्पर्धियों पर विजय मिलेगी. भाग्यवृद्धि होगी तथा सामाजिक मान-सम्मान भी मिलेगा.

कर्क राशि:- आज  आकस्मिक धन-लाभ हो सकता है. परिवारजनों से विवाद होने कि संभावना है जिससे घर का बिगड़ सकता है. विद्यार्थियों को आज अधिक परिश्रम करना पड़ेगा. नकारात्मक विचारों पर संयम रखें. साहसिक प्रवृत्तियों के लिए दिन उत्तम है.

सिंह राशि:- आज आप शारीरिक एवं मानसिक रूप से उत्साहित रहेंगे. आर्थिक रूप से दिन लाभदायक है. आध्यात्मिकता एवं चिंतनशक्ति अच्छी बनी रहेगी. मित्रों एवं स्वजनों की तरफ से उपहार मिलने की संभावना हैं.

कन्या राशि:- आज आप में एकाग्रता की कमी रहेगी . धार्मिक कार्यों में धन खर्च होगा. पूंजी निवेश में विशिष्ट ध्यान रखने की आवश्यकता है. स्वजनों से दूर रहें, क्योंकि उनसे मनमुटाव हो सकते हैं. कोर्ट-कचहरी के कार्यों में सावधानी बरतें.

तुला राशि:- आज आपका दिन शुभ रहेगा. पुरा दिन स्नेहीजनों, आत्मजनों एवं मित्रों के साथ सामाजिक कार्यों करते हुए बितेगा. मित्रों से लाभ होगा और उनके लिए धन भी खर्च करना पड़ेगा. बड़े-बुजुर्गों तथा स्नेहीजनों का संपर्क बढ़ेगा. किसी सुंदर स्थान की सैर का योग बन रहा है. आकस्मिक धन लाभ हो सकता है.

वृश्चिक राशि:- आज आपका दिन अच्छा रहेगा. आज आप नए कार्यों का आयोजन करेंगे. नौकरिपेशा और व्यापारियों के लिए आज का दिन अच्छा है. उच्चाधिकारियों की कृपादृष्टि बनी रहेगी. पुराने अपूर्ण कार्य पूरे होंगे. पदोन्नति से आर्थिक लाभ मिल सकता है

धनु राशि:- आज का दिन आपके लिए मानसिक रूप दुविधाओं और उलझनों का है. तन-मन-धन सभी में बाधाएं रहेगी. आज किसी भी कार्य को प्रारंभ न करें और प्रतिस्पर्धियों के साथ किसी प्रकार की चर्चा से बचें.

मकर राशि:- आज आप का दिन प्रतिकूलताओं भरा पड़ा है. सुझाव देते हैं कि कोई भी नया कार्य प्रारंभ न करें और उपचार एवं शल्यचिकित्सा आज करवाने से बचें. क्रोध से दूर रहें. सरकारी कार्यों में रुकावट आएंगे.

कुम्भ राशि:- आज आपका दिन मध्यम फलदायी है. घर-व्यापार में  सावधान रहे . आप का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा लेकिन जीवनसाथी के आरोग्य को लेकर मन चिंतिंत होगा.

मीन राशि:- आज आपका दिन शुभ है . घर में सुख-शांति का वातावरण रहेगा और मन भी प्रसन्न होगा. सुखप्रद प्रसंग बनेंगे. बीमारी से पीड़ितों की परिस्थिति में सुधार आने से संतोष का भाव रहेगा.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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