#PapmochaniEkadashi आज का दिनः शुक्रवार 5 अप्रैल 2024, पापों को नष्ट करने वाली.... पापमोचनी एकादशी

#PapmochaniEkadashi आज का दिनः शुक्रवार 5 अप्रैल 2024, पापों को नष्ट करने वाली.... पापमोचनी एकादशी

प्रेषित समय :20:08:10 PM / Thu, Apr 4th, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8875863494)
* पापमोचिनी एकादशी - शुक्रवार, 5 अप्रैल 2024
* पारण का समय - 6 अप्रैल 2024, 06:28 से 08:57
* पारण के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय - 10:19, 6 अप्रैल 2024
* एकादशी तिथि प्रारम्भ - 4 अप्रैल 2024 को 16:14 बजे
* एकादशी तिथि समाप्त - 5 अप्रैल 2024 को 13:28 बजे

* विष्णुदेव की आराधना के लिए नियमित रूप से किए जाने वाले व्रतों में एकादशी का सर्वाधिक महत्व है.
* भगवान विष्णु की प्रसन्नता के लिए यह व्रत किया जाता है.
* एक वर्ष में कुल चौबीस एकादशी होती है, लेकिन जिस वर्ष अधिक मास होता है उस वर्ष कुल छब्बीस एकादशी होती है.
* सभी एकादशी अलग-अलग नामों से जानी जाती है तथा इनका अलग-अलग महत्व भी होता है.
* एकादशी व्रत के दिन भोजन नहीं किया जाता है, चाहे तो फलाहार ग्रहण कर सकते हैं.
* प्रात: पवित्र स्नान के बाद देव पूजा करनी चाहिए और दिन भर यथा सम्भव- ऊँ नमो नारायणाय, का जाप करना चाहिए.
* एकादशी व्रत करने से मानसिक और शारीरिक कष्ट दूर होते हैं.
* कम-से-कम एक वर्ष पूरा होने पर एकादशी व्रत का उद्यापन करना चाहिए.
* जीवन में भोग और मोक्ष की एक साथ प्राप्ति के लिए श्रीविष्णु आराधना श्रेष्ठ है. 
तिथि को लेकर भ्रमित नहीं हों, विवेक से निर्णय करें...
* तिथि को लेकर अक्सर लोग परेशान हो जाते हैं क्योंकि एक तो तिथि शुरू होने और समाप्त होने का कोई निश्चित समय नहीं होता है तो दूसरा तिथियों में कमी-बढ़ोतरी होती रहती हैं. कौन सी तिथि मानी जाए, खासकर व्रत-त्योहार को लेकर, इस पर मतैक्य नहीं रहता है!
* देश में कम-से-कम दो अलग तरह के पंचांग प्रचलन में हैं जिनमें महीने के सापेक्ष एक पक्ष तो कॉमन रहता है लेकिन दूसरे पक्ष का महीना अलग अलग रहता है. एक पंचांग का महीना अमावस समाप्त होने के बाद शुरू होता है तो दूसरे पंचांग का वही महीना पूर्णिमा समाप्त होने के बाद शुरू होता है.
* तिथियों में, कोई सूर्योदय के समय जो तिथि प्रभावी हो उसे मानता है तो कोई दिनभर में जो तिथि प्रभावी हो उसे मानता है.
* कौन सी तिथि पर व्रत पूजा की जाए? इसे लेकर विवेक से कार्य करना बेहतर है!
* प्रदोष जैसे व्रत में, जहां रात्रि के समय का महत्व है, के लिए प्रदोष काल की प्रभावी तिथि को महत्व दिया जाना चाहिए तो दिन में की  जाने वाली पूजा के लिए दिन में प्रभावी तिथि को महत्व देना चाहिए. 
* तिथियों की समय की गणित के चलते कई बार एकादशी व्रत दो दिन तक चलता है. 
* तिथि का मूल उद्देश्य उस व्रत-पूजा काल की गणना के सापेक्ष कार्य करना है इसलिए तिथि को लेकर ज्यादा भ्रम नहीं पालें, सच्चे मन से किए गए व्रत-पूजन में तिथि अंश भी मिल जाए तो व्रत-पूजा सार्थक है! 
* वैसे तिथि निर्धारण में स्थानीय धर्मगुरु और कुल परंपराओं के अनुरूप निर्णय लेना उत्तम रहता है! 
* कामयाबी के लिए नियमित रूप से विष्णुदेव की पूजा करें-

सिद्धिविनायक पंचांग, मुंबई 5 अप्रैल 2024
* तिथि एकादशी - 13:31 तक, नक्षत्र धनिष्ठा - 18:08 तक, करण बालव - 13:31 तक, कौलव - 23:59 तक, पक्ष कृष्ण, योग साघ्य - 09:55 तक, शुभ - 30:14 तक, वार शुक्रवार
* चन्द्र राशि मकर - 07:14 तक, चन्द्रोदय 28:37, चन्द्रास्त 15:30
* शक संवत 1945, विक्रम संवत 2081
* मास पूर्णिमांत चैत्र, मास अमांत फाल्गुन
* राहुकाल 11:08 से 12:41 तक
* शुभ मुहूर्त अभिजीत 12:16 से 13:06 तक
* दिशाशूल पश्चिम
* ताराबल - भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
* चन्द्रबल - मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर, मीन
शुक्रवार चौघडिय़ा- 5 अप्रैल 2024

* दिन का चौघड़िया  
चर - 06:29 से 08:02
लाभ - 08:02 से 09:35
अमृत - 09:35 से 11:08
काल - 11:08 से 12:41
शुभ - 12:41 से 14:14
रोग - 14:14 से 15:47
उद्वेग - 15:47 से 17:20
चर - 17:20 से 18:53
* रात्रि का चौघड़िया
रोग - 18:53 से 20:20
काल - 20:20 से 21:47
लाभ - 21:47 से 23:14
उद्वेग - 23:14 से 00:41
शुभ - 00:41 से 02:08
अमृत - 02:08 से 03:34
चर - 03:34 से 05:01
रोग - 05:01 से 06:28
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा मुंबई का समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
- आज का राशिफल -
मेष राशि:(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
धार्मिक यात्रा देव दर्शन के योग है. घर में वैवाहिक कार्यो की रूप रेखा बनेगी. कार्य व्यवसाय पर भी दिन लाभ कराने वाला रहेगा. पुराने परिचितों से भेंट होगी. संतानो का स्वभाव चंचल रहेगा शान्ति के लिए
छोटी मोटी बातो की अनदेखी करें.

वृष राशि:     (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज धन का खर्च आय की तुलना में अधिक रहेगा फिर भी मानसिक रूप से दिन भर प्रसन्न रहेंगे. घर में किसी अविवाहित के रिश्ते की बात आगे बढ़ेगी. कीमती वस्तुओ की खरीददारी पर खर्च होगा. कार्य क्षेत्र से आज सिमित धन लाभ होगा.

मिथुन राशि:     (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
लापरवाही करने पर बनते कार्यो में विघ्न आएंगे. लाभ के अनुबंध मिलने की संभावना है परन्तु किसी के टांग अड़ाने से दुविधा में पड़ेंगे.

कर्क राशि:     (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
सरकारी कार्यो में पहले उलझन पड़ेगा लेकिन किसी अनुभवी के सहयोग से समाधान मिल जाएगा.कार्य क्षेत्र पर आज कुछ महत्त्वपूर्ण बदलाव कर सकते है इस पर खर्च भी होगा.

सिंह राशि:     (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
कार्य क्षेत्र पर आज किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति का सहयोग मिलने से रुके कार्य पूर्ण होंगे. संतानों के ऊपर खर्च बढेगा महिलाये अस्त-व्यस्त गृहस्थी को संभालने में अधिक व्यस्त रहेंगी. नजदीकी रिश्तेदारो से शुभ समाचार मिलेगा. धन लाभ परिश्रम के बाद दोपहर बाद ही होगा.

कन्या राशि:      (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज की दिनचर्या असंयमित रहेगी. आज के दिन का पूर्वार्ध परिवार में कलह रहने के कारण अशान्त रहेगा इसका कारण आप ही रहेंगे. कार्य क्षेत्र पर बेहतर अनुभव नहीं करेंगे. धन लाभ के लिए आज परिश्रम करना पङेगा.

तुला राशि:     (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
कार्य क्षेत्र पर आज अधिकारियो का प्रोत्साहन मिलने से उन्नति के मार्ग खुलेंगे. व्यवसाय में लाभ पाने के लिए थोड़ा परिश्रम करना पड़ सकता है लेकिन इसका फल आश्चर्य में डालने वाला रहेगा.

वृश्चिक राशि:     (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
वाणी एवं व्यवहार संयमित रखें अन्यथा सम्मान में कमी आ सकती है. सरकारी कार्यो को संभवतः टाले निर्णय आपके विपरीत रहेंगे. धन लाभ की संभावनाएं आज कम ही है परन्तु जब भी होगा आकस्मिक ही होगा.

धनु राशि:      (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
खर्च पर नियंत्रण नहीं रहने से आर्थिक समस्या बन सकती है. परिजनों का सहयोग बराबर मिलते रहने से मानसिक रूप से शान्ति रहेगी. महिलाओ की सेहत आज नरम रहने से घरेलू कार्य बिखरे रहेंगे ठंडे पदार्थो का सेव ना करें. मित्रो का भी साथ मिलेगा.

मकर राशि:     (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
कार्य क्षेत्र पर आज दुसरो के ऊपर निर्भर रहना पड़ सकता है. अधिक भाग दौड़ रहने के कारण थकान एवं स्वाभाव में रूखापन आने से प्रेम संबंध बिगड़ने की संभावना है. यात्रा में वाहन से चोट लग सकती है. जोखिम वाले कार्यो से दूर रहें आज परिवार की महिलाओं की बात ना मानने से बाद में पछतावा होगा.

कुम्भ राशि:     (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन भी आपके पक्ष में रहेगा. परन्तु सेहत में थोड़ा उतार चढ़ाव बना रहेगा. पुराने लटके कार्यो में गति आएगी. नई योजनाएं अधिक फलीभूत होंगी. सामाजिक कारणों से भी आज अधिक व्यस्त रह सकते है. सरकारी कार्य आज करना ठीक नही रहेगा आप के लिए यदि किया तो सफलता प्राप्त नही होगी.

मीन राशि:     (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन भी आपको शुभ फल देने वाला है. आज आप अपने व्यवहार कुशलता से किसी का भी दिल जीत सकते हैं. सरकारी अथवा अचल संपत्ति के दस्तावेज करने के लिए आज का दिन शुभ है. व्यवसाय में निवेश भविष्य के लिए लाभदायक रहेगा.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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