#Navratri आज का दिनः मंगलवार, 9 अप्रैल 2024, जीवन के अंधकार में प्रकाश प्रदान करती है देवी शैलपुत्री

#Navratri आज का दिनः मंगलवार, 9 अप्रैल 2024, जीवन के अंधकार में प्रकाश प्रदान करती है देवी शैलपुत्री

प्रेषित समय :21:00:47 PM / Mon, Apr 8th, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
Whatsapp Channel

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 9372346123)
* चैत्र नवरात्रि घटस्थापना - मंगलवार, 9 अप्रैल 2024
* घटस्थापना मुहूर्त - 06:26 से 10:35
* अभिजित मुहूर्त - 12:15 से 13:05
* प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ - 8 अप्रैल 2024 को 23:50 बजे
* प्रतिपदा तिथि समाप्त - 9 अप्रैल 2024 को 20:30 बजे

प्रथम दुर्गा त्वंहि भवसागरः तारणीम्।
धन ऐश्वर्य दायिनी शैलपुत्री प्रणमाम्यहम्॥
त्रिलोजननी त्वंहि परमानन्द प्रदीयमान्।
सौभाग्यरोग्य दायिनी शैलपुत्री प्रणमाम्यहम्॥
चराचरेश्वरी त्वंहि महामोह विनाशिनीं।
मुक्ति भुक्ति दायिनीं शैलपुत्री प्रणमाम्यहम्॥

* देवी दुर्गा के नौ रूप हैं, जिनकी नवरात्रि में पूजा-अर्चना की जाती है।
* प्रथम स्वरूप- देवी शैलपुत्री हैं, जिनकी नवरात्रि के पहले दिन पूजा-अर्चना की जाती है।  
* पर्वतराज हिमालय पुत्री स्वरूप होने के कारण इन्हें माता शैलपुत्री  पुकारा जाता है।
* वृषभ-स्थिता माता शैलपुत्री के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल-पुष्प सुशोभित है।
* देवी को प्रिय चमेली का फूल अर्पित करें, देवी जीवन के अंधकार को दूर कर जीवन में सफलता के लिए प्रकाश प्रदान करेंगी।
* मन के कारक चन्द्रदेव की प्रसन्नता और मानसिक शांति के लिए नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा-अर्चना करें।
* वैसे तो नवरात्रि के व्रत-पूजन से जीवन में सुख-समृद्धि-सफलता आती है लेकिन कर्क राशि के जो श्रद्धालु यदि सभी दिन व्रत नहीं कर सकें तो उन्हें नवरात्रि के पहले दिन का व्रत रख कर जीवन में सुख-समृद्धि-सफलता के लिए देवी शैलपुत्री की आराधना करनी चाहिए।
* नवरात्रि पर पूजा-अर्चना-घटस्थापना अपने क्षेत्र के धर्मगुरु के निर्देशानुसार करें।
सिद्धिविनायक पंचांग, मुंबई 9 अप्रैल 2024
* तिथि प्रतिपदा - 20:30 तक, नक्षत्र रेवती - 07:33 तक, अश्विनी - 29:07 तक, करण किन्स्तुघ्ना - 10:11 तक, बव - 20:33 तक, पक्ष शुक्ल, योग वैधृति - 14:18 तक, वार मंगलवार
* चन्द्र राशि मीन - 07:33 तक, चन्द्रोदय 06:40, चन्द्रास्त 19:39
* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* मास पूर्णिमांत चैत्र, मास अमांत चैत्र
* राहुकाल 15:47 से 17:21 तक
* शुभ मुहूर्त अभिजीत 12:15 से 13:05 तक
* दिशाशूल उत्तर
* ताराबल - अश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती
* चन्द्रबल - वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन
मंगलवार चौघडिय़ा- 9 अप्रैल 2024
* दिन का चौघड़िया 
रोग - 06:26 से 07:59
उद्वेग - 07:59 से 09:33
चर - 09:33 से 11:06
लाभ - 11:06 से 12:40
अमृत - 12:40 से 14:14
काल - 14:14 से 15:47
शुभ - 15:47 से 17:21
रोग - 17:21 से 18:54
* रात्रि का चौघड़िया
काल - 18:54 से 20:21
लाभ - 20:21 से 21:47
उद्वेग - 21:47 से 23:13
शुभ - 23:13 से 00:40
अमृत - 00:40 से 02:06
चर - 02:06 से 03:32
रोग - 03:32 से 04:59
काल - 04:59 से 06:25
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा मुंबई का समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- कारोबार का विस्तार के योग के बीच नई योजना का लाभ मिलेगा। परिजनों का व्यवहार कमजोर रहेगा। दाम्पत्य सम्बन्धों में मधुरता आएगी। धार्मिक यात्रा की योजना बनेगी।

वृष राशि:- काम बहुत है आप अच्छे से कार्यनीति तय करें, अन्यथा काम आरम्भ ही न करें। धैर्य से अपने कार्यों के प्रति समर्पित रहें। मध्यान्ह से कुछ राहत का अनुभव होगा। कोर्ट कचहरी के चक्कर लग सकते हैं।

मिथुन राशि:- अनुकूल समय का सदुपयोग करें। महत्व के कायोँं को प्राथमिकता दें। संतान सुख सम्भव है। वाहन खरीदने का मन होगा। स्वास्थ का ध्यान रखते हुए,अपनी संगत बदलें। बड़ों का आदर करें।

कर्क राशि:- लंबित कार्यों में आशाएं बलवती होंगी। सामाजिक संबंधों में प्रगाढता आएगी। यात्रा सफल रहेगी। शुभ कायों में व्यय होगा। लेकिन, शासन-प्रशासन का सहयोग न मिलने से कार्य बाधित होंगे।

सिंह राशि:- शुभ समाचारों की प्राप्ति के बीच साझेदारी में किए कारोबार में तरक्की होगी। धन लाभ होता रहेगा। नया मकान दुकान खरीदने के योग है। धर्म-कर्म में रूचि बढेगी। यात्रा सफल रहेगी।

कन्या राशि:- समय अनुकूल नहीं है, अत: निवेश से बचें। धैर्य से कार्य सम्पादन में लगे रहें। रूके कार्यों की पूर्ति की होंगी। शुभ कार्यों में मन लगेगा। विदेश जाने के योग बन रहे हैं।

तुला राशि:- कम समय में काम को पूरा करने में लगे रहेंगे। समय का सदुपयोग करें। विशेष महत्व के कार्य पूरा करने का प्रयास करें। सफलता मिलेगी। कारोबारी समस्याओं से सामना होगा। । सायंकाल यात्रा न करें।

वृश्चिक राशि:- समय अनुकूल नहीं है, अत: सतर्क रहें। कोई नया काम आरम्भ करने में विलंब होगा। किसी अपने के प्रति शुभ भावनाओं का उदय होगा। आशाएं बलवती होंगी।

धनु राशि:- समय का सदुपयोग करते हुए दोस्तों के साथ मिल कर कोई नया काम शुरू कर सकते हैं। विशेष लोगों से मुलाकात के बीच मनचाही कार्य सिद्धि होगी। झूठ बोल कर फंस सकते हैं।

मकर राशि:- शासन-सत्ता का सहयोग मिलेगा। आश्वासन प्राप्त होंगे। कारोबार में सफलता मिलेगी। सामाजिक संबंधें का लाभ मिलेगा। शुभ कार्यों में व्यय होगा। लेकिन, अपनों की बातों से मन दुखी होगा।

कुम्भ राशि:- दिन की शुरुआत व्यस्तता पूर्वक रहेगी। कारोबार में सफलता मिलेगी। भाग्य में प्रबलता रहेगी। दूर स्थान से सुखद संदेश प्राप्त होंगे। देव दर्शन और निजी कार्यो में समय बीतेगा।

मीन राशि:- आध्यात्मिक तरक्की होगी। धन लाभ के लिए किए गए प्रयास सफल होंगे। परिजनों का सहयोग मिलेगा। अनुबन्धों की पूर्ति होगी। सम्बन्धों का लाभ मिलेगा। न्याय पक्ष उत्तम।
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

सूर्य-शुक्र की युति जन्मकुंडली में हो तो कानों में सोने की बालियां पहनें

जन्म कुंडली के कुछ विशेष योग

मांगलिक कुंडली का जीवन पर प्रभाव

कुंडली में कालसर्प योग से भी ज्यादा खतरनाक होता चांडाल योग

जन्म कुंडली से जानें नौकरी की तैयारी कर रहे तो क्या हो पायेगा ?