पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में शहर के बड़े-बड़े स्कूलों के खिलाफ कलेक्टर दीपक सक्सेना के पास शिकायतें हुई, जांच के बाद 11 स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की गई. 21 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया, जांच का सिलसिला अभी तक जारी है. लेकिन अब आमजन के बीच यह बात चर्चा का विषय बन गई है क्या विजय नगर स्थित जॉय हायर सेकेंडरी स्कूल के खिलाफ कोई शिकायत नहीं आई, क्या इस स्कूल के प्रबंधन ने कोई अनियमितता नहीं की है. जबकि इस स्कूल में अभिभावकों के साथ अभद्रता, फीस को लेकर गाली गलौज मारपीट तक करने के मामले सामने आए है.
शहर के बड़े स्कूलों में एक नाम जॉय स्कूल का भी आता है, इस स्कूल के प्रबंधन द्वारा फीस बढ़ाने से लेकर हर वर्ष नई किताबें लगाए जाने के खबर रहती है, अभिभावक सिर्फ इस डर से खामोश रहते है कि कहीं स्कूल प्रबंधन द्वारा उनके बच्चे को बाहर न निकाल दिया जाए, फेल न कर दिया जाए. इस बात का फायदा उठाकर स्कूलों की मनमानी सहन की जाती रही लेकिन कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा की गई कार्यवाही के बाद अभिभावकों को एक उम्मीद जागी थी कि जॉय स्कूल को भी जांच के दायरे में लिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिससे जॉय स्कूल के हौसले तो बुलंद होते नजर आने लगी और अभिभावकों में निराशा का भाव, क्योंकि अभी तक की गई कार्यवाही में जॉय स्कूल दूर दूर तक नजर नहीं आया. यदि अभिभावकों की बात की जाए तो इस स्कूल की जांच की जाए तो अन्य स्कूलों से ज्यादा अनियमितताएं जॉय हायर सेकेंडरी की सामने आए. क्योंकि जॉय स्कूल द्वारा फीस को लेकर अभिभावकों के साथ गाली गलौज, मारपीट किए जाने के मामले सामने आए थे. लेकिन प्रबंधन के मुखिया लोगों ने अपने रसूख के दम पर सबकुछ सही करा लिया. जिसके चलते अभिभावकों ने अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए चुप्पी साध ली. लेकिन कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा की जा रही कार्यवाही को लेकर अभिभावकों में उम्मीद की एक किरण जागी थी कि प्रशासन की जांच के दायरे में जॉय स्कूल भी आएगा लेकिन जब कोई जांच या कार्यवाही नहीं की गई तो अभिभावक शांत हो गए लेकिन दबे स्वर में यह बात चर्चाओं में आने लगी है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी विधानसभा का आगामी सत्र से एक जुलाई से प्रारम्भ होकर 19 जुलाई तक चलेगा, होगी 14 बैठकें