हमारे बीच बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जो ज्योतिष के माध्यम से अपने जीवन से जुड़ी समस्या और उनके समाधान के बारे में जानना चाह रहे होते हैं, लेकिन उनके पास जन्म समय सही ना होने के कारण जन्म कुण्डली ना बन पाने की वजह से अपने जीवन पर ग्रहों के शुभ अशुभ प्रभाव और उनके समाधान के बारे में नहीं जान पाते. लेकिन जानकारी के लिए बता दें कि अगर आपके पास जन्म कुण्डली नहीं भी है तो भी आपके जीवन या घर परिवार पर आने वाले प्रभाव के माध्यम से यह बताया जा सकता है कि कौनसा ग्रह आपके जीवन में समस्या दे रहा है, और अशुभता को कैसे दूर किया जा सकता है. इसी विषय पर चर्चा करते हुए आज की पोस्ट में हम शुक्र ग्रह के जीवन में प्रभाव और उपाये आपको बताएंगे.
दृष्टिकोण और भोग विलास का कारक : शुक्र ग्रह हमारे जीवन में किसी रिश्ते या विषय वस्तु से संबंधित दृष्टिकोण का कारक है, जिस तरह एक सामान्य पुरूष से लिये एक स्त्री उसकी अच्छी मित्र, प्रेमिका या जीवनसाथी हो सकती है, वहीं काम वृत्ति में लिप्त पुरूष को वही स्त्री भोग विलास की वस्तु की तरह दिखाई पड़ती है. यह दृष्टिकोण का जो अंतर है यही शुभ और अशुभ शुक्र की जीवन के लिए परिभाषा है. जब किसी के जीवन पर शुक्र अशुभ होकर प्रभावी हो तो उसके दृष्टिकोण में भोग विलास के विषय वस्तुओं के संग्रह के प्रति सभी सीमाएं टूट जाती हैं, और वह धन की प्राप्ति के लिए मित्र और रिश्तेदारों को भी धोखा देने लगता है, नमकीन और चटपटे भोजन में रुचि बढ़ जाती है, और कुछ ही वर्षों में वह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से घिर जाता है. इसी तरह यदि शुक्र कमज़ोर भी है और अशुभ भी, तो ऐसे व्यक्ति में भौतिक सुख प्राप्ति की इच्छा तो होती है लेकिन उनकी प्राप्ति में समस्या आती है, धातु के रोग ऐसे व्यक्ति को परेशान करते हैं.
घर में शुक्र की अशुभता के लक्षण : शुक्र की अशुभता के निम्न प्रभाव परिवार में आते हैं
घर में सुंदरता और सुगंधित वातावरण का अभाव होता है.
कांच की वस्तुएं जैसे कि शीशे, खिड़कियां साफ नहीं रहते.
किसी भी शुभ कार्य, खुशी के माहौल के समय झगड़े , मनमुटाव होते हैं.
ऐसे घर के सदस्यों के वस्त्र खराब होते रहते हैं.
घर की महिलाएं सुखी नहीं होतीं, धन की बर्बादी होती है.
परिवार के सदस्य ही अपने निजी सुख साधनों को लेकर एक दूसरे के शत्रु बने होते हैं.
ऐसे पति पत्नी में दोस्ताना संबंध नहीं होता.
शुक्र से शुभता प्राप्ति के उपाये : शुक्र के अशुभ प्रभाव दूर करने के लिए निम्न उपाये करें
जब भी घर में कोई खुशी का अवसर हो तो मीठे के साथ नमकीन का भी दान करें.
घर के दक्षिण पूर्व दिशा में पूरे परिवार का चित्र लाल रंग के फ्रेम में शुक्रवार के दिन लगाएं.
घर में कांच की वस्तुओं ( शीशे, खिड़कियां ) की नियमित सफाई करें.
शुक्रवार के दिन पति पत्नी एक साथ बाहर ढाबे / रेस्टोरेंट पर भोजन करें.
काले और नीले रंग से हर तरह से परहेज़ करें, हल्के रंगों का उपयोग करें.
शरीर की सफाई रखें, धुले हुए वस्त्र धारण करें , कभी कभी दहीं भी शरीर पर लगाएं.
शुक्रवार के दिन ही एक perfume इत्र खरीदें जिसका इस्तेमाल घर के सभी सदस्य करें.
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