जबलपुर. वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के बैनर तले मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय परिसर में सैकड़ों रेल कर्मचारियों ने धरना देकर जमकर नारेबाजी करते हुए रेल प्रशासन को चेताया कि यदि उनकी मांगें शीघ्र नहीं मानी गई तो आरपार का संघर्ष किया जाएगा, जिसकी पूरी जवाबदारी प्रशासन की होगी. विभिन्न विभागों के कर्मचारी अपनी लंबित मांगों पर प्रशासन द्वारा कोई निर्णय नहीं लेने से आक्रोशित हैं.
शुक्रवार 5 जुलाई की सुबह 10 बजे पूरे मंडल से बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी जबलपुर डीआरएम कार्यालय परिसर पहुंचे, जहां पर डबलूसीआरईयू के धरना आंदोलन में शामिल हुए. इस मौके पर रेल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए यूनियन के मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला व मंडल सचिव रोमेश मिश्रा ने कहा कि यूनियन द्वारा कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए लगातार रेल प्रशासन को पत्र लिखकर पीएनएम में मुद्दे उठाकर व व्यक्तिगत भेंटकर अधिकारियों को अवगत कराकर उसे हल कराने का आग्रह किया जाता रहा है, किंतु प्रशासन कर्मचारियों की मांगें नहीं मान कर उदासीन रवैया अख्तियार किए हुए है. जिससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो रहा है. यूनियन ने रेल प्रशासन को चेतावनी दी है कि रेल कर्मचारियों की मांगों को मानना होगा, यदि समय पर मांगें नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा.
यह है कर्मचारियों की मांग
- सीएंडडबलू के कई कर्मचारियों का स्वयं के अनुरोध पर एनकेजे से सतना/ रीवा/जबलपुर के लिये स्थानान्तरण आदेश 06 माह पूर्व जारी होने के बाद भी उन्हें आज तक रिलीव नहीं किया गया है. जिससे वे काफी परेशान है. उनके बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. अत: यूनियन की मॉग है कि उन्हें शीघ्रता से एनकेजे से सतना / रीवा/जबलपुर के लिये रिलीव करने का श्रम करें.
- कैरिज वैगन मे हेल्पर से टेक्नी .. की पदोन्नति नहीं की जा रही है. शीघ्रता से कार्यवाही कर पदोन्नति कराने का श्रम करें.
- कैरिज वैगन में कार्यरत कर्मचारियों की वास्तविक नाइट ड्यूटी भत्ते में कटौती की जा रही है. जबकि पीएनएम में इस बात पर सहमति बनी थी कि उन्हें वास्तविक नाइट डयूटी भत्ता दिया जायेगा. अत: उक्त कर्मचारियों द्वारा की गयी नाइट डयूटी के बदले वास्तविक एनडीए प्रदान किया जाये. एनडीए में कटौती बन्द की जाये.
- मंडल में ट्रैकमेन्टेनर्स को साइकिल अनुरक्षण भत्ते के एरियर्स का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है. जो कि 01.01.2017 से देय है. पीवे में कार्यरत आर्टीजन एवं हेल्पर को साइकिल मेन्टीनेंस अलाउंस नहीं दिया जा रहा है. अत: अनुरोध है कि ट्रैकमेनों को साइकिल अनुरक्षण भत्ते का एरियर्स शीघ्रता से प्रदान किया जाये एवं आर्टिजन स्टाफ व हेल्पर्स को भी यह भत्ता प्रदान किया जाये.
- सीसीटीसी एवं ट्रेन मैनेजर मे चयनित प्वाइंटसमैनो को 05 माह पूर्व पदस्थापना आदेश जारी होने क बावजूद अभी तक रिलीव नहीं किया गया है. इससे उनको भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है यूनियन को बार-बार आश्वासन दिया जाता है, किन्तु कार्यवाही नहीं की जाती है. जबकि लगभग 20 नये प्वाइंटसमैनो की पदस्थि हो चुकी है एवं 08 प्वाइंट्स मैन ट्रेनिंग करके वापस आ चुके है. अत: यूनियन की मॉग है कि सीसीटीसी एवं ट्रेन मैनेजर हेतु जारी पदस्थापना आदेश में शामिल प्वाइंट्समैनों को शीघ्रता से रिलीव किया जाये.
- रेलवे हास्पिटल जबलपुर में पूरी साफ सफाई का ठेका किया गया है एवं सफाई का कार्य आउटसोर्स कर्मियों के साथ-साथ 08 बचे हुये सफाईकर्मियों से भी कराया जा रहा है. जिससे रेल राजस्व का नुकसान हो रहा है. उक्त सभी सफाई कर्मचारियों से हास्पिटल अटेंडेंट का कार्य कराया जाये एवं ठेकाकर्मियो से ठेका शर्तों के अनुसार सफाई का कार्य कराया जाये. साथ ही उनको रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार हास्पिटल में ही एचए, कुक सहायक व अन्य पदों पर रिडिप्लायमेंट किया जाये.
- केन्द्रीय रेलवे चिकित्सालय मे वार्ड में कार्यरत नर्सेस को रेगुलर ब्लड कलेक्शन का कार्य सौंपा गया है. जबकि यह कार्य पैथालॉजी कर्मियों द्वारा किया जाता रहा है. अत: यूनियन की माँग है कि उक्त कार्य को पूर्ववत: चल रही व्यवस्था अनुसार पैथोलॉली कर्मियों से ही कराया जाये.
- ट्रैकमैन कर्मचारियों को पदोन्नति के अवसर बेहद कम है. अत: टैकमैनों को विभागीय परीक्षाओं के नोटिफिकेशन जारी कर पदोन्नति के अवसर प्रदान किया जाये.
- लेटरल एन्ट्री के तहत ट्रैकमैनो को 10 प्रतिशत इन्टेक कोटे का नोटिफिकेशन शीघ्र जारी किया जाए.
- पार्सल पोर्टरों के पद सरेण्डर करने के पश्चात उनमें से कुछ को प्वाइंटसमैन में पदस्थी दी है, किन्तु उनके आवेदन पर विचार न कर उन्हें इनके पूर्व के स्टेशन से बहुत दूर के स्टेशनों पर पदस्थ किया गया है. जिस कारण उनको पारिवारिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि सीएंडडबलू में रिडिप्लॉय हुये पोर्टरों को उनके द्वारा मांगे गये पूर्व स्टेशन पर ही पव किया गया है. उक्त ट्रांसफर के कारण उन पर दोहरी मार पड़ रही है.
- गाड़ी स. 15205/15206 में जबलपुर-बांदा-जबलपुर के बीच लगातार नाईट वर्किंग कराई जा रही है. प्रतिदिन 9 घंटे से अधिक ड्यूटी होने के संबंध में तत्काल निर्णय लेकर राहत दी जाए. विगत 01 माह से गाडी स. 15205/15206 चित्रकूट एक्सप्रेस की वर्किंग बीट बढ़ाकर जबलपुर-बांदा-जबलपुर के बीच एक ही क्रू से चलवाया जा रहा है. उक्त गाडी में प्रतिदिन 98 घंटे से ज्यादा ड्यूटी हो रही है. रेलवे बोर्ड आदेशों के तहत मेल/एक्सप्रेस गाडी में साईन ऑन से साईन ऑफ तक 9 घंटे से ज्यादा ड्यूटी नहीं होनी चाहिए, साथ ही आने जाने दोनों तरफ फुल नाईट वर्किंग होती है. एक वर्ष पूर्व इसी कारण इसी गाडी में वापसी के समय जबलपुर स्टेशन पर स्पेड हो चुका है. इसके बाद इस गाडी की वर्किंग जबलपुर-सतना-जबलपुर के बीच की गई. अत: उक्त गाडी की वर्किंग जबलपुर-सतना-जबलपुर के बीच कराई जाए.
- ट्रैकमशीन मे कार्यरत कर्मचारियों को दिसम्बर 2023 के बाद से टीए नहीं दिया गया है. पीएनएम में लिये गये निर्णय के बावजूद ऑप्शन के आधार पर 04 मशीनों पर 21/07 दिनों का रोस्टर लागू नहीं किया जा रहा है. सैकड़ों पर रिक्त पड़े हैं, किन्तु विभागीय पदोन्नति नहीं की जा रही है. कुक के पद सरेण्डर कर दिये गये किन्तु अभी तक कुक का ठेका नहीं किया गया. सायडिंगों में सर्वसुविधायुक्त टायलेट/बाथरूम अभी तक नहीं बनाये गये है. कैम्पिंग कोच में एसी लगाने का कार्य भी लम्बित है.
- गाडरवारा, दमोह एवं निवास रोड स्टेशन पर बनाये गये रनिंग रूमों को बंद किये हैं, उन्हें तत्काल चालू किया जाए. उक्त तीनों स्टेशनों पर प्रशासन द्वारा रनिंग रूमों की व्यवस्था की गई है. इस तरह रोड साइड स्टेशनों पर रनिंग रूम बनाये जाने से रनिंग स्टाफ को असुविधायें हो रही हैं. सिगंल ट्रिप के स्थान पर दो-तीन ट्रिप डयूटी करने के पश्चात रनिंग स्टाफ मुख्यालय वापिस आ पा रहा है. परिवार से दो-तीन दिनों तक दूर रहने की परिस्थितियां निर्मित हो रही है. तथा 16 घंटे का रेस्ट ना मिलने के कारण वे थकान महसूस कर रहे हैं, तथा एक तरह से अण्डररेस्ट गाडिय़ों का संचालन कर रहे है. जो रेल संरक्षा के लिए अत्यन्त घातक है तथा स्पैड का कारण बनेगा. रोड साइड स्टेशनों निवास रोड दमोह, गाडरवारा में बनाये गये रनिंग रूमों से रनिंग स्टाफ की परेशानियां बढ़ गयी हंै. उन्हें मुख्यालय वापिस आने मे दो से तीन दिनों का विलम्बन हो रहा है. अत: इन रनिंग रूमों को तत्काल बंद कर पुरानी व्यवस्था के अनुसार ही गाड़ी संचालन कराया जाये तथा भविष्य में यदि इस तरह के अतिरिक्त रनिंग रूमों को रोड साइड के छोटे स्टेशनों पर बनाने से पूर्व सभी सुविधायें उपलब्ध कराया जाये.
- सरईग्राम स्थित रेलवे कॉलोनी मे नाली एवं सेप्टिक टैंक जाम होने के कारण आवासों में पानी एवं गंदगी भर जाती है. जिस कारण कर्मचारियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. यूनियन ने मांग की है कि सेप्टिक टैंक एवं नाली की सफाई शीघ्र करायी जाये. जिससे बरसात में दिक्कत ना हो.
ये रहे उपस्थित
इस एक दिवसीय धरने को मण्डल अध्यक्ष कामरेड बी.एन.शुक्ला, मंडल सचिव का. रोमेश मिश्रा, निरंजन कुमार, ओम मिश्रा, अशोक रजक, अजीत मुकेश साहू, पंकज वर्मा ने संबोधित किया. धरने में का. सिन्टू सिंह, जरनैल, का. राकेश श्रीवास्तव, तारा सिंह, का. ईशान, का. देवेन्द्र, का.रवि रोशन, सहित लगभग 300 कर्मचारियों ने भाग लिया.
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