पलपल संवाददाता, जबलपुर/भोपाल. एमपी हाईकोर्ट ने जूनियर डाक्टरों को आदेश दिया है कि 20 अगस्त तक हड़ताल खत्म कर देगें. इससे पहले एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा व जस्टिस विनय सराफ की युगलपीठ ने कहा कि हड़ताल करने का ये तरीका बिलकुल ठीक नही है. यदि किसी की जान निकल रही होगी तो कहिएगा दो दिन बाद दवाई देंगे.
याचिकाकर्ता अंशुल तिवारी के वकील अभिषेक पांडे ने बताया कि याचिकाकर्ता ने 15 अगस्त को हड़ताल की इजाजत मांगी थी. कोर्ट ने मना कर दिया था. आदेश की अवहेलना करते हुए जूनियर डॉक्टरों ने 16 अगस्त से हड़ताल की, कोर्ट में अपनी मांगों को रखा. कोर्ट ने कहा कि 20 अगस्त तक अपनी हड़ताल वापस लें. बेंच ने कहा कि कोलकाता की घटना और डॉक्टर्स की सुरक्षा पूरे देश का मुद्दा है. कोर्ट ने जूडा को हड़ताली संगठनों से बात करने का निर्देश दिया है. सुनवाई के दौरान जूडा सरकार से आश्वासन मांग रहा था. कोर्ट ने कहा कि पहले हड़ताल खत्म करें, फिर मुद्दों पर सुनवाई होगी. डॉक्टर्स की शिकायतों पर 20 अगस्त को कोर्ट सुनवाई करेगा. हाईकोर्ट ने कहा है कि अगर राज्य सरकार नहीं सुनती है तो आप अपनी सभी मांगों को कोर्ट के सामने रखिए. हम सरकार को निर्देश देंगे. जूडा एसोसिएशन के अधिवक्ता के अनुसार कोर्ट ने कहा है कि डॉक्टर की सुरक्षा का राज्य सरकार विशेष ध्यान रखेगी. डॉक्टर की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा सरकार प्राथमिकता से देखेगी. 20 अगस्त को फिर सुनवाई होगी. तब तक डॉक्टर हड़ताल वापस लेगी. एमपी जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ संकूत सीते का कहना है कि अभी हाईकोर्ट के डायरेक्शन का कोई आधिकारिक आदेश नहीं आया है. जैसे ही हाईकोर्ट के डायरेक्शन का कोई आदेश आएगा. संगठन पदाधिकारियों से चर्चा कर जो निर्णय होगा उसकी जानकारी देंगे. फिलहाल हड़ताल जारी है. डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर नरसिंहपुर निवासी अंशुल तिवारी ने याचिका दायर की है. याचिका में उन्होंने कोर्ट को बताया कि डॉक्टरों के अचानक हड़ताल पर जाने के चलते देश भर के लाखों मरीज परेशान हो रहे हैं.
जबलपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी प्रदर्शन, रैली-
सुरक्षा की मांग को लेकर जबलपुर में डॉक्टर्स ने सिविक सेंटर से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली. पुलिस ने कलेक्ट्रेट के पास बैरिकेडिंग कर रैली को रोक दिया. नारेबाजी करते हुए डॉक्टर्स ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और कहा कि हम हाईकोर्ट के आदेश का सम्मान करेंगे. बेहतर होता अगर प्रशासन भी डॉक्टर्स का दर्द सुनता तो यह नौबत नहीं आती. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉण् कुलदीप गुप्ता का कहना है कि ये जनता और स्त्री की सुरक्षा का आंदोलन है. हम हाईकोर्ट का आदर और सम्मान करते हैं. जो भी दिशा निर्देश होंगे उस हिसाब से आगे की रणनीति पर काम करेंगे.
सरकार सुरक्षा पर विशेष ध्यान देगी-
जूडा एसोसिएशन के वकील महेंद्र पटेरिया ने कहा कि कोर्ट ने कहा है कि डॉक्टर की सुरक्षा का राज्य सरकार विशेष ध्यान रखेगी. डॉक्टर की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा सरकार प्राथमिकता से देखेगी. 20 अगस्त को फिर सुनवाई होगी. तब तक डॉक्टर हड़ताल वापस लेगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-Rail News: सितंबर तक जबलपुर रेल मंडल में ये 13 ट्रेनें रहेंगी रद्द, यह है कारण, देखिये लिस्ट