जबलपुर में बंद का मिलाजुला असर, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कहा बर्दाश्त नहीं फैसला, कांग्रेस ने भी किया समर्थन..!

जबलपुर बंद का असर, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कहा बर्दाश्त नहीं फैसला

प्रेषित समय :18:33:21 PM / Wed, Aug 21st, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, जबलपुर. सुप्रीम कोर्ट के एससी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने की इजाजत देने के विरोध में आदिवासी संगठनों ने भारत बंद का आव्हान किया. जिसका जबलपुर में आज मिलाजुला असर देखने को मिला है. शहर में कुछ दुकानें जरुर बंद रही लेकिन उपनगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला है. बंद का समर्थन कांग्रेस ने भी किया है.

बंद के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्र होकर अम्बेडकर चौक पहुंचे. जहां पर उन्होने बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर विशाल रैली निकाली. जो अम्बेडकर चौक से मालवीय चौक तक पहुंची. वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता दोपहर के वक्त शहीद शंकर शाह- रघुनाथ शाह की प्रतिमा स्थल पहुंचे. इस मौके पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय अध्यक्ष किशोरी लाल मरावी ने कहा कि संविधान के निर्माता बाबा साहब अंबेडकर ने हम लोगों को संविधान में जो सुविधाए दी थी उसे अब खत्म करने की कोशिश की जा रही है. यह सबकुछ 2014 के बाद आई सरकार के बाद हुआ है. उन्होने यह भी कहा कि संविधान में जो बदलाव किए जा रहे हैं उसमें इस तरह की परेशानी हो रही है कि जल, जंगल, जमीन नहीं मिल रही है, जिसका जीता जाता है उदाहरण अब देखने को मिला है. सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त 2024 को एसटी-एससी एक्ट में क्रीम लेयर की बात की है, वह हम लोग को बर्दाश्त नहीं है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय अध्यक्ष ने कहा कि आज हम लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से धरना देते हुए राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें मांग की गई है कि जो कानून हमारे लिए बनाए गए हैं उसे यथावत रखा जाए. संगठन के कार्यकर्ता दोपहर 12 बजे के लगभग रांझी, अधारताल, गढ़ा, हनुमानताल से तहसील चौक बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा के सामने पहुंचे. जहां से रैली के रुम में मालवीय चौक पहुंचे और प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान मांग की गई कि विशेष सत्र बुलाकर न्यायालय के इस फैसले को निरस्त कर नौवीं अनुसूची में शामिल करें.   जिससे आरक्षण को बार-बार चुनौतियों का सामना ना करना पड़े. विशेष सत्र में इस पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए कि एसटी-एससी की भर्ती के दौरान इंटरव्यू में नोट फॉर सूटेबल अर्थात नौकरी के लिए पात्र नहीं है . इन सभी मुद्दों को लेकर भारत बंद का समर्थन किया जा रहा है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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