ग्वालियर. मध्यप्रदेश के ग्वालियर में सेना के एक अधिकारी से अभद्रता की गई है. सेना के मेजर से अभद्रता का आरोप लगाया गया है. सेना के मेजर और पुलिस के बीच विवाद के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है. ग्वालियर में गुस्साए सैनिकों और पूर्व सैनिकों ने मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री का बंगला घेर लिया. पुलिस गुस्साए सैनिकों और पूर्व सैनिकों को समझाइश देने की कोशिश कर रही है.
शुक्रवार को पूर्व सैनिकों ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का बंगला घेर लिया. उनसे कहा कि पुलिस ने मेजर आशीष और उनके परिवार के साथ अभद्रता की. इसके लिए क्राइम ब्रांच के पांच पुलिस कर्मी दोषी हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए. बताया जा रहा है कि यातायात पुलिस के एक जवान ने मेजर आशीष चौहान के साथ गुरुवार को अभद्रता की थी.
मेजर को अपराधी की तरह पकड़कर ले गई क्राइम ब्रांच
दरअसल गोला का मंदिर इलाके में भारतीय सेना के मेजर और तीन पुलिसकर्मियों के बीच झगड़ा हो गया. जिस समय झगड़ा हुआ, उस समय सीएम डा.मोहन यादव का काफिला यहां से गुजर रहा था और इसी के चलते वाहनों को रोका गया. तभी तेज रफ्तार इनोवा कार यहां से गुजरी, जिसके चालक ने मेजर की कार में टक्कर मार दी. इनोवा चालक टक्कर मारकर भाग निकला लेकिन यहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने इनोवा चालक को नहीं रोका. जब मेजर ने इसी बात पर पुलिसकर्मियों को टोका तो विवाद हो गया. मेजर और पुलिसकर्मियों के बीच मारपीट हो गई, तभी क्राइम ब्रांच की टीम यहां से गुजरी और मेजर को अपराधी की तरह पकड़कर कार में डालकर ले गई. इस दौरान मेजर की पत्नी, बच्चे और बहन व बहन के बच्चे भी यहां मौजूद थे. यह लोग बुरी तरह दहशत में आ गए. इस घटना के बाद सड़क से लेकर थाने तक हंगामा चलता रहा. विवाद रात करीब 8 बजे शुरू हुआ और रात 12 बजे तक थाने पर दोनों पक्ष आमने-सामने थे.
मेजर आशीष चौहान अभी जोधपुर में पदस्थ हैं. वह अपनी पत्नी मीनाक्षी चौहान व बच्चों के साथ छुट्टी पर ग्वालियर आए हैं. शताब्दीपुरम में उनका घर है. उनकी बहन के बेटे की तबियत खराब थी, इसके चलते ही वह अपनी कार यूपी 79 एबी 0623 से अस्पताल गए थे. कार से घर लौट रहे थे, तभी गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के अंतर्गत इंद्रमणि नगर तिराहे से सीएम का काफिला गुजरते समय वाहनों को रोक दिया गया. यहां शिवपुरी पुलिस के एएसआई श्रीकांत शर्मा, सिपाही अनार सिंह और ट्रैफिक पुलिस के सिपाही धर्मेंद्र राणा की ड्यूटी थी. इसी दौरान इनोवा मेजर की कार को टक्कर मारते हुए निकल गई. इसी कार को न रोकने पर विवाद शुरू हुआ, जिससे सड़क से थाने तक हंगामा चलता रहा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-#NewLaw नए कानूनों के तहत पहला मामला दिल्ली नहीं, ग्वालियर में दर्ज किया गया था!
एमपी: ज्योतिरादित्य सिधिंया की मां राजमाता माधवी राजे का निधन, ग्वालियर में होगा अंतिम संस्कार
लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ी, एमपी के ग्वालियर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने जारी किया वारंट