शिमला. हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, जिससे राज्य भर में महत्वपूर्ण व्यवधान और क्षति हुई है. सबसे गंभीर प्रभावों में से एक निगुलसारी में रामपुर-किन्नौर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-5) पर एक बड़ा भूस्खलन हुआ है, जिससे यातायात पूरी तरह से रुक गया है.
लगातार बारिश के कारण कई भूस्खलन हुए हैं, जिससे सड़कें बंद हो गई हैं, पेड़ गिरे हैं और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है. निगुलसारी में भूस्खलन ने एनएच-5 पर निर्भर हजारों निवासियों और यात्रियों के लिए एक बड़ी बाधा पैदा कर दी है. ऊपरी पहाडिय़ों से लगातार हो रहे भूस्खलन से स्थिति और खराब हो गई है, जिससे राजमार्ग को साफ करना लगभग असंभव हो गया है, जो कई दिनों से अवरुद्ध है. सड़क को बहाल करने के प्रयास सुबह और बाधित हो गए जब सड़क साफ करने के लिए तैनात मशीनरी पर बोल्डर गिर गए, जिससे उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए और ऑपरेटर को खतरा हो गया.
राजधानी शिमला में भारी बारिश के कारण पेड़ गिरने और इमारतों को नुकसान पहुंचने की कई घटनाएं हुई हैं. मंगलवार रात शहर के अलग-अलग हिस्सों में तीन पेड़ धराशायी हो गए, जिसमें छोटा शिमला में सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय की इमारत पर एक बड़ा देवदार का पेड़ भी गिर गया, जिससे काफी नुकसान हुआ.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पंजाब में भारी बारिश से हादसा, 12 लोग बाढ़ में बहे, 9 की मौत, हिमाचल से इनोवा में आ रहे थे
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