25 साल बाद पाक ने स्वीकारा, कारगिल जंग में शामिल थी पाकिस्तानी सेना

25 साल बाद पाक ने स्वीकारा, कारगिल जंग में शामिल थी पाकिस्तानी सेना

प्रेषित समय :19:11:14 PM / Sat, Sep 7th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. कारगिल जंग में हार के 25 साल बाद पाकिस्तान ने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है कि युद्ध में उसकी भूमिका थी. रक्षा दिवस पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने सच स्वीकार किया है. एक भाषण में उन्होंने कहा कि 1948, 1965, 1971 और कारगिल व सियाचिन जंग में पाकिस्तान के कई जवानों ने बलिदान दिया है.

ऐसा पहली बार है जब पाकिस्तान ने स्पष्ट तौर पर स्वीकार किया है कि कारगिल में उसके काफी सैनिक मारे गए थे. इससे पहले पाकिस्तान जंग में अपनी सेना की सीधी तौर पर मौजूदगी को लेकर बचता रहा है. लेकिन दुनिया को पता है कि उसके फौजियों ने भारत के खिलाफ साजिश रची थी. लेकिन वे अपने मंसूबों में नाकाम साबित हुए थे.

4 जनरलों के समूह ने की थी प्लानिंग

जंग के समय ही इस्लामाबाद ने कहा था कि उसकी कोई सैन्य भागीदारी नहीं है. उसने घुसपैठियों को स्वतंत्रता सेनानी या मुजाहिदीन कहा था. पाकिस्तान ने उस समय दावा किया था कि उसकी सेना सिर्फ गश्त पर थी. कबीलाई नेताओं ने ही ऊंची चोटियों पर कब्जा किया था. पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त रहे अजय बिसारिया भी इसे पाकिस्तान और जनरल परवेज मुशर्रफ की मूर्खता बता चुके हैं. जिससे पाकिस्तान को कुछ हासिल नहीं हुआ था. अजय के अनुसार पूरी प्लानिंग 4 जनरलों के समूह की थी.

1999 में कारगिल की चोटियों पर दुश्मन ने घुसपैठ की थी. भीषण गर्मी में कारगिल ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था. भारत और पाकिस्तान के बीच एलओसी पर भीषण जंग छिड़ी थी. उस समय भारत के पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने बस से लाहौर की यात्रा की थी. दुनिया को शांति का संदेश दिया था. लेकिन दावा किया जाता है कि तत्कालीन जनरल परवेज मुशर्रफ ने भारत के खिलाफ साजिश रची थी. जिसके बारे में तत्कालीन पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ को भी नहीं पता था. हालांकि कारगिल की जंग के बाद नवाज का तख्तापलट मुशर्रफ ने कर दिया था. पाकिस्तान में सैन्य शासन लागू हुआ था.

भारत के 527 जवानों ने दी थी शहादत

कारगिल में भारत के 527 जवानों ने अपनी शहादत दी थी. हालांकि पाकिस्तान तो जंग में अपनी सेना की भूमिका से ही इनकार कर चुका है. उसके कितने जवान मारे गए थे? इस बारे में कोई आंकड़ा नहीं मिला है. लेकिन रक्षा सूत्र बताते हैं पाकिस्तान के 2700 से 4000 जवान उस जंग में मारे गए थे. कारगिल युद्ध के बाद उसकी पूरी दुनिया में किरकिरी हुई थी. अब पाकिस्तान ने स्पष्ट तौर पर जंग में अपनी भूमिका स्वीकार कर ली है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-