पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में व्हीकल स्टेट एरिया स्थित मड़ई मस्जिद का विवाद गहराता जा रहा है. विश्वहिन्दू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई कार सेवा व धमकी के बाद अब मुस्लिम समुदाय के लोगों हाथों में तिरंगा झंडा लेकर एसपी आफिस पहुंच गए. यहां पर उन्होने एएसपी सूर्यकांत शुक्ला को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि मस्जिद से जुड़ा मामला अभी कोर्ट में है. कोर्ट का जो भी आदेश होगा हम उसे मानने के लिए भी तैयार है. लेकिन हिन्दूवादी संगठनों ने जो कारसेवा की वह गलत है.
बताया गया है कि मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग हाथों में तिरंगा लेकर धर्मगुरुओं के साथ एसपी ऑफिस पहुंचे. जहां पर अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी बात रखी. मुस्लिम समुदाय ने की मांग पर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जो भी विधि से संबंधित कार्रवाई होगी वह की जाएगी. कानून का उल्लंघन किसी को करने नहीं दिया जाएगा. गौरतलब है कि मडई मस्जिद गायत्री बाल मंदिर की जमीन पर बनी है. इस आशय को लेकर 26 सितंबर को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता मस्जिद में जाकर कार सेवा करने की कोशिश की.
जिन्हें पुलिस ने बैरिकेट लगाकर आधा किलोमीटर पहले ही रोक दिया. भारी हंगामे के बीच विहिप ने 10 दिन का समय पुलिस-प्रशासन को दिया. मामले पर सोमवार को एसपी ऑफिस पहुंचे मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि जिस जमीन पर मस्जिद बनी है वह वक्फ बोर्ड की है या गायत्री बाल मंदिर की. यह केस अभी कोर्ट में है इसलिए विहिप द्वारा यह कहना है कि मस्जिद गलत जमीन पर बनी हुई है यह गलत होगा. मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि हमें कोर्ट पर भरोसा है. कोर्ट का जो भी निर्णय होगा वह सभी को मान्य होगा. लेकिन जब तक कोर्ट का कुछ ना बोले तब तक इस तरह से बोलना कि मस्जिद में कार सेवा करेंगे यह सही नहीं है. मौलाना चांद कादरी का कहना है कि बहुत से लोग जबलपुर में भाईचारा बिगडऩे की कोशिश कर रहे है. जबकि हम चाहते है कि कौमी एकता कायम रहे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-