कैमिस्ट्री का नोबेल 2 यूएसए और एक ब्रिटिश वैज्ञानिकों को मिला, तीनों ने प्रोटीन का स्ट्रक्चर समझाने वाला एआई मॉडल बनाया

कैमिस्ट्री का नोबेल 2 यूएसए और एक ब्रिटिश वैज्ञानिकों को मिला, तीनों ने प्रोटीन का स्ट्रक्चर समझाने वाला एआई मॉडल बनाया

प्रेषित समय :15:50:44 PM / Wed, Oct 9th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

स्टॉकहोम. केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज 2024 की घोषणा हो गई है. इस साल ये प्राइज 3 वैज्ञानिकों को मिला है. इनमें अमेरिकी वैज्ञानिक डेविड बेकर, जॉन जम्पर और ब्रिटिश वैज्ञानिक के डेमिस हसाबिस शामिल है. प्राइज को दो हिस्सों में बांटा गया है. पहला हिस्सा डेविड बेकर को मिला है, जिन्होंने नई तरह के प्रोटीन का निर्माण किया.

वहीं प्राइज का दूसरा हिस्सा डेमिस और जॉन जंपर को मिला है जिन्होंने एक ऐसा ्रढ्ढ मॉडल बनाया जिसने कॉम्प्लेक्स प्रोटीन के स्ट्रक्चर को समझने में मदद की. इससे 50 साल पुरानी समस्या का हल निकाला जा सका है. प्रोटीन डिजाइन एक तकनीक है जिसमें प्रोटीन की संरचना में बदलाव कर नए गुण वाले प्रोटीन तैयार किए जाते हैं. इससे दवा और वैक्सीन बनाने में मदद मिलती है.

फिजिक्स और मेडिसिन के क्षेत्र में मिल चुका है 2024 का नोबेल

नोबेल प्राइज 2024 की विजेताओं की घोषणा सोमवार, 7 अक्टूबर से शुरू हुई है. पहले दिन मेडिसिन के क्षेत्र में विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को नोबेल प्राइज दिया गया. उन्हें ये प्राइज माइक्रो आरएनए (राइबोन्यूक्लिक एसिड) की खोज के लिए दिया गया है.

इसके बाद मंगलवार को फिजिक्स के नोबेल प्राइज की घोषणा हुई. ये प्राइज AI के गॉडफादर कहे जाने वाले जैफ्री ई. हिंटन और अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन जे. होपफील्ड को दिया गया. उन्हें मशीन लर्निंग से जुड़ी नई तकनीकों के विकास के लिए ये सम्मान दिया गया है जो आर्टिफिशियल न्यूरॉन्स पर आधारित है. ये नोबेल प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन 14 अक्टूबर तक चलेगा.

केमिस्ट्री में 2023 का नोबेल जीतने वाले वैज्ञानिक

केमिस्ट्री में 2023 का नोबेल प्राइज माउंगी बावेंडी, लुइस ब्रुस, एलेक्सी एकिमोव को मिला था. ये तीनों अमेरिकी मूल के केमिस्ट हैं. इन्हें क्वांटम डॉट्स की खोज और इसके डेवलपमेंट के लिए ये सम्मान मिला था क्वांटम डॉट्स ऐसे नैनोपार्टिकल्स हैं जो इतने छोटे होते हैं कि उनका आकार उनके गुणों को निर्धारित करता है. क्वांटम डॉट्स का इस्तेमाल आज कंप्यूटर मॉनिटर, मोबाइल, टेलीविजन स्क्रीन को रोशन करने के लिए किया जाता है. इसमें QLED तकनीक का इस्तेमाल होता है.

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