पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी में अब अप्रैल 2025 से सभी घरेलू उपभोक्ताओं को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे के बीच 20 प्रतिशत कम दाम पर बिजली मिलेगी. रात में बिजली के उपयोग पर दरों में कोई परिवर्तन नहीं होगा. इसके लिए ऊर्जा विभाग नवंबर में विद्युत नियामक आयोग में टैरिफ पिटिशन दायर कर रहा है. सुनवाई के बाद नए रेट का आदेश जारी किया जाएगा.
एमपी में प्रतिदिन 2380 मेगावाट सोलर इलेक्ट्रिसिटी बन रही है. अप्रैल 2024 से ही 10 किलोवाट या इससे ज्यादा की बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को दिन में 20 फीसदी कम दर पर बिजली मिल रही है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हाल ही में हुई एक बैठक के दौरान बिजली विभाग के अधिकारियों को टैरिफ कम करने की योजना बनाने को कहा था. इसके बाद ऊर्जा विभाग ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर मध्यप्रदेश में 8 हजार मेगावाट का सोलर प्लांट लगाने का करार किया है. इस प्लांट का काम 2026 तक पूरा करने की योजना है. योजना के तहत बिजली कंपनियां स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही हैं. इनसे दिन और रात में इस्तेमाल की जा रही बिजली यूनिट की अलग.अलग गणना की जा सकती है.
विद्युत विशेषज्ञों की माने तो एक मेगावाट में करीब 4000 यूनिट बिजली प्रतिदिन बनती है. मध्यप्रदेश में मौजूदा सभी सोलर परियोजनाओं की क्षमता करीब 2380 मेगावाट रोजाना है. ऐसे में करीब 95.20 लाख यूनिट बिजली रोज केवल सोलर परियोजनाओं से मध्यप्रदेश को मिल रही है. रीवा सौर परियोजना से देश में पहली बार राज्य के बाहर दिल्ली मेट्रो जैसे कमर्शियल प्रोजेक्ट में बिजली सप्लाई की गई थी. इसके अलावा आगर-शाजापुर-नीमच सौर परियोजना से मध्यप्रदेश के साथ-साथ भारतीय रेलवे को अलग-अलग 7 राज्यों में बिजली सप्लाई की जा रही है. स्मार्ट मीटर में डेटा कम्युनिकेशन होगा. ये मीटर हर 15 मिनट में बिजली कंजप्शन का अपडेट सीधे उपभोक्ता के फोन पर देगा. इसके लिए इसे इंटरनेट से जोड़ा जाएगा.
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