JABALPUR: नवजात की मौत पर भड़के परिजनों ने मचाया हंगामा, दिल्ली से आई टीम के सामने डाक्टरों से धक्का-मुक्की..!

JABALPUR: नवजात की मौत पर भड़के परिजनों ने मचाया हंगामा, दिल्ली से आई टीम के सामने डाक्टरों से धक्का-मुक्की..!

प्रेषित समय :17:50:23 PM / Sat, Nov 2nd, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में ग्राम मिड़की चरगवां स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में उस वक्त हड़कम्प मच गया. जब नवजात की मौत से भड़के परिजनों ने हंगामा शुरु कर दिया. परिजनों व ग्रामीणों को मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी ने समझाने की कोशिश की तो उन्ही के साथ धक्का-मुक्की कर दी. यहां तक कि अन्य डाक्टरों के साथ भी विवाद किया. परिजनों आरोप था कि महिला का स्वास्थ्य केन्द्र के गेट पर ही प्रसव हो गया, जैसे तैसे महिला को इलाज के लिए भर्ती किया गया, इसके बाद डाक्टरों ने महिला व बच्चे को यह कहते हुए डिस्चार्ज कर दिया कि दिल्ली से कायाकल्प की टीम को आना है. परिजन बच्चे व उसकी मां को घर लेकर आए, इसके करीब एक घंटे बाद बच्चे की मोत हो गई. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों की शिकायत दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.

बताया गया है कि ग्राम मिरगा में रहने वाली शिवानी यादव को प्रसव पीड़ा के चलते 23 अक्टूबर को इलाज के लिए भिड़की स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, देखा तो साफ-सफाई चल रही है. पूछताछ की गई तो पता चला कि दिल्ली से कायाकल्प अभियान की अगले दिन टीम आ रही है.   परिजन ने डाक्टरों से चर्चा की तो कहा कि मेडिकल अस्पताल जाने की सलाह दे दी गई. परिजनों ने कहा कि हालत ठीक नहीं है कभी भी डिलीवरी हो सकती है. इसके बाद भी डाक्टरों ने डाक्टरों ने ध्यान नहीं दिया. कुछ पल बाद ही गेट पर महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया. इसके बाद डाक्टरों ने महिला को भरती कर लिया. दूसरे दिन कहा गया कि मां एवं बच्चा दोनों स्वस्थ्य है घर ले जा सकते है. डाक्टरों मोहन अपनी पत्नी व बच्चे को घर ले आया. कुछ देर बाद ही नवजात की तबियत बिगडी तो परिजन अस्पताल लेकर पहुंच गए, जहां पर  दिल्ली से दो सदस्यीय टीम के साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा आए हुए थे.

जिसके चलते ध्यान नहीं दिया, इसके बाद परिजनों ने हंगामा करना शुरु कर दिया. हंगामा होते देख स्वास्थ्य केन्द्र से बाहर आए सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा परिजनों को समझाते हुए कहा कि जो भी घटना हुई है उसकी जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी. इस बात पर परिजन भड़क गए और दोनों पक्षों के बीच विवाद के हालात निर्मित हो गए. परिजनों ने आरोप लगाया कि जबलपुर से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम और डॉक्टरों ने उनके साथ मारपीट की है. हालांकि सीएमएचओ ने विवाद कर रहे ग्रामीणों को अलग किया. विवाद की जानकारी लगते ही चरगवां थाना पुलिस का स्टाफ मौके पर पहुंचकर हंगामे को शांत कराया. इधर सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा का कहना है कि भिड़की स्वास्थ्य केंद्र का दिल्ली से आने वाली टीम का 25 व 26 तारीख को निरीक्षण करना था जिसकी तैयारी चल रही थी. 23 तारीख को शिवानी यादव को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाया गया था जिसे भर्ती किया गया था.

घर जाने के बाद बच्चे की मौत हो गई थी. मृतक बच्चे के परिजन दिल्ली से आई टीम के सामने ही विवाद कर रहे थे उन्हें रोका गया. स्वास्थ्य केन्द्र से दूर ले जाने का जब प्रयास किया गया. तब वो नहीं जा रहे थे उस दौरान धक्का-मुक्की हो गई थी. सीएमएचओ डाक्टर संजय मिश्रा ने बताया कि बच्चे का पीएम करवाया गया है रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर पोस्टमार्टम में बच्चे की मौत लापरवाही के कारण निकलती है तो निश्चित रूप से उन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. जो कि उस समय मौजूद थे और महिला की डिलीवरी में लापरवाही बरती थी.

सीएमएचओ का कहना था कि कायाकल्प की टीम आने वाली थी, तैयारी चल रही थीए जिसके चलते प्रसव कराने वाली टेबल को दूसरे कमरे में शिफ्ट किया गया थाए उसे व्यवस्थित करने के लिए थोड़ा समय लग गया था लेकिन  बाद में महिला की सुरक्षित और नॉर्मल डिलीवरी करवाई गई थी. वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भिड़की स्वास्थ्य केन्द्र में एक महिला की गेट पर डिलीवरी हुई थी बाद में नवजात बच्चे की भी मौत हो गई. इस घटना को लेकर परिजन आक्रोशित थे, हंगामा भी हुआ था. बच्चे का पीएम भी कराया गया है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएगे उस आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-