सिवनी. वैनगंगा नदी पर बने संजय सरोवर भीमगढ़ बांध की दांयी तट नहर मरम्मत के 24 घंटे भी नहीं टिक सकी. नहर में पानी छूटने पर दूसरी बार उसी जगह से नहर फूट गई. नहर फूटने पर किसान भड़क गए और अफसरों के सामने हंगामा कर दिया. मौके पर जनप्रतिनिधियों के साथ एक चेतावनी पत्र भी सौंपा है.
रबी फसलों की बुवाई का कार्य प्रारंभ होने वाला है जिसको देखते हुए विगत 15 नवंबर को भीमगढ़ स्थित संजय सरोवर बांध से नहरों में पानी छोड़ा गया था. पानी छोडऩे से पहले व्यापक पैमाने पर मेंटेनेंस का कार्य विभाग द्वारा किया जाता है, लेकिन इस मेंटेनेंस कार्य में लापरवाही और चूक की गई.
पानी छोडऩे के दो दिन बाद ही भीमगढ़ दांयी तट मुख्य नहर जामुनटोला (कान्हीवाड़ा) के पास से फूट गई थी, इसके बाद आनन-फानन में अधिकारियों ने बांध के गेट बंद कराकर पानी रोककर नहर का मरम्मत का कार्य प्रारंभ करवाया था. क्षतिग्रस्त हिस्से पर बोरी बंधान कर मंगलवार को ही नहर मरम्मत का कार्य पूर्ण कर नहर में पुन: पानी छोड़ा गया था. बुधवार को सुबह पुन: उसी जगह से नहर फूट गई. अब मरम्मत के लिए फिर से नहर को बंद करना पड़ रहा है.
दूसरी बार नहर फूटने की जानकारी लगते ही सैकड़ों की संख्या में किसान मौके पर पहुंच गए. नहर मरम्मत का काम सही तरीके से नहीं किए जाने पर अधिकारियों के पहुंचते ही उन्हें किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, जिला पंचायत सदस्य भी पहुंच गए. उन्होंने भी अधिकारियों से काम की गुणवत्ता को लेकर नाराजगी जताई.
किसानों के साथ जनप्रतिनिधियों ने चेतावनी देते हुए अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा. जिला पंचायत सदस्य रजनी ठाकुर, किसान धनसिंह ठाकुर, जितेश ठाकुर व अन्य का कहना है की मांग है कि तत्काल सही तरीके से नहर की मरम्मत कराई जाए. इस तरह की स्थिति दोबारा निर्मित न हो. साथ ही गैरजिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-