पलपल संवाददाता, डिंडौरी. एमपी के डिंडौरी में पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र के ग्राम ठाडपथरा स्थित जंगल में हाथियों की दस्तक से दहशत व्याप्त है. हाथियों के डर के कारण बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है. जिसे देखते हुए 29 नवंबर तक गांव स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. छुट्टी का आदेश बीती शाम जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त ने बीआरसी व बीईओ की रिपोर्ट के आधार पर जारी किया है.
वन विभाग के अधिकारियों की माने तो करीब एक सप्ताह पहले छत्तीसगढ़ के जंगलों से हाथियों का झुंड ठाडपथरा गांव पहुंचा. पहले तो हाथियों ने ग्रामीणों के घरों व फसलों को नुकसान पहुंचाया, फिर वापस चले गए. ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी कि फिर हाथियों की हरकत शुरु हो गई. वन विभाग हाथियों की लोकेशन ट्रेक कर रहा था इस दौरान अधिकारियों को टाइगर की भी लोकेशन कैमरे में ट्रैप हो गई. अब अधिकारियों ने ग्रामीणों को बिना काम जंगल में न जाने की अपील की है. वन विभाग ने मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क रहने की भी सलाह दी है. वहीं छत्तीसगढ़ सीमा से सटे करंजिया के गांवों के बच्चों को स्कूल जाने के लिए जंगल पार करना पड़ता है.
कई स्कूलों में हाजिरी में भी कमी आई, जिसके चलते वन विभाग व जनजातीय कार्य विभाग ने मिलकर यह फैसला लिया कि गोपालपुर जन शिक्षा केंद्र के तहत पंडरीपानी, खम्हार खुदरा, चकमी, खारीडीह, चौरदादर व बजाग विकासखंड के चाडा वन ग्राम के स्कूलों में चार दिनों का अवकाश रखा जाए. अधिकारिक सूत्रों की माने तो 10 नवंबर की दोपहर बाद छत्तीसगढ़ के जंगलों से हाथियों के दल ने पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र के पंडरी पानी गांव में दहशत मचाई. खेतों में लगी फसलों को नुकसान पहुंचाया. वन विभाग के सीमावर्ती गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को अलर्ट किया था. वन विभाग के अमले ने हाथियों को खदेड़ा तो वे वापस छत्तीसगढ़ के जंगल चले गए थे.
14 नवंबर की शाम फिर चार हाथी वापस आ गए. जिन्होने केंद्रा बहरा गांव में ग्रामीणों के मकान को नुकसान पहुंचाया. बीती रात हाथियों के झुड ने अमहा दादर गांव में तीन ग्रामीण संत कुमार, जय सिंह व लामिया बाई के घरों क्षतिग्रस्त कर दिया, यहां तक कि सारा राशन खा गए. हाथियों ने किसान चैतू सिंह, पड़ा सिंह, राम प्रसाद, फूल सिंह, चैन सिंह, सुखन बाई, मचगार सिंह, मोहतू सिंह, कुंजन सिंह सहित अन्य किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है. देर शाम तक हाथियों के दल की इमली टोला गांव के जंगलों में होने की जानकारी मिल रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-