पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में श्रमिकों, कार्मिकों संविदा, आउट सोर्स कर्मचारियों, पेंशनर्स व किसानों का शोषण रोकने, सभी रिक्त पड़े पदों पर भर्ती, संविदाए आउट सोर्स कर्मचारियों की नियमितीकरण, पुरानी पेंशन लागू, प्रशासन, प्रबंधन व उघोगपतियो के हित संवर्धन हेतु लागू किए गए नए चार श्रम कानूनों को खत्म करने मध्यप्रदेश विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन जबलपुर ने आज बिजली आफिस के समक्ष वृहद स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया.
फेडरेशन के महामंत्री राकेश डीपी पाठक ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज देश के श्रमिक, कार्मिक, संविदा, आउट सोर्स कर्मी, पेंशनर्स व किसान बेहाल है. फिर चाहे वे खेतों में मेहनत कर जनता के पेट में अन्न पहुंचाने वाला किसान हो या फिर फैक्ट्री, दफ्तर, सड़क, बिल्डिंग, बस-ट्रक-,आटो या फिर घर-घर मेहनत करने वाला मजदूर, मेहनतकश जनता-किसान व मजदूर आज बेहाल है. न उत्पादित अनाज का उचित मूल्य मिल रहा है.
न मेहनत की कीमत. इन सब के ऊपर दिनों-दिन बढ़ती महंगाई की मार ने आम जनता की कमर तोड रखी है. केंद्र की सरकार कॉर्पोरेट परस्त नीतियों को लागू करने पर आमादा है. चार श्रम संहिताओं को लागू करने पर जोर डाला जा रहा है. 100 दिन की कार्ययोजना के नाम पर कॉर्पोरेट्स को मुनाफा पहुंचाने के लिए आदेश दिए जा रहे है. महामंत्री राकेश पाठक ने कहा कि नियमित स्वीकृत पदों को नहीं भरा जा रहा है जिससे बेरोजगारों के लिए रोजगार पैदा होने के अवसर में भारी कमी हो रही है.
सामाजिक सुरक्षा जैसे पेंशन आदि पर हमला हो रहा है. कर्मचारियों की भारी मांग के बावजूद पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की जगह सरकार पेंशन योजना का नाम बदलकर कर्मचारियों, जनता को भ्रमित कर रही है. मध्यप्रदेश विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन के महामंत्री राकेश डीपी पाठक, फेडरेशन के प्रांतीय संगठन मंत्री दिनेश दुबे, जुगल उइके, आरएस वर्मा दिलीप पाठक, मनोज पाठक, दयाशंकर द्विवेदी, दिलीप विश्वकर्मा, मंजूर खान, सीएस पालीवाल, राम अनुग्रह शर्मा, राजेश पटेल, आशीष नाथ, सुनील अहिरवार, ललित विश्वकर्मा, रामचंद्र खत्री, मनीष उपाध्याय, मनीष गढेवाल, दिनेश श्रीवास्तव, राहुल चंद्रिका,अजय दुबे, हेमंत ऊषा पांडेय, घनश्याम पटेल, राजेन्द्र चक्रवर्ती सहित बड़ी संख्या में फेडरेशन के सभी गण उपस्थित थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-